शिक्षा नगरी में ये क्या हो रहा? कोटा में एक और कोचिंग छात्रा ने किया सुसाइड, 9 महीने में 26 स्टूडेंट ने दी जान
कोटा। देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान के कोटा शहर इन दिनों स्टूडेंट सुसाइड के लिए बदनाम हो रहा है। कोटा शहर में एक बार फिर कोचिंग छात्रों को लेकर दर्दभरी खबर सामने आई हैं। यहां एक और कोचिंग छात्रा ने आत्महत्या कर ली।
बताया जा रहा है कि छात्रा ने सल्फास खाया था, तबीयत बिगड़ने पर उसे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, उत्तरप्रदेश के मऊ जिले की रहने वाली छात्रा प्रियम सिंह(17) है। वह करीब डेढ़ साल से यहां रहकर नीट की तैयारी कर रही थी।
सोमवार सुबह वह कोचिंग गई थी। बताया जा रहा है कि कोचिंग में उसने सल्फास खा लिया। दोपहर में करीब 2 बजे कोचिंग से बाहर निकलते समय उसे उल्टियां होना शुरू हुई। छात्रा की तबियत ज्यादा खराब होने पर अन्य छात्रों ने कोचिंग स्टाफ को सूचना दी। कोचिंग स्टाफ ने छात्रा को तुरंत तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां इलाज के दौरान करीब 6.30 बजे उसकी मौत हो गई।
छात्रा के मौत की सूचना मिलते ही विज्ञाननगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी हासिल की। थानाप्रभारी कौशल्या के अनुसार, छात्रा की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती करवाने की जानकारी मिली थी, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। छात्रा ने सल्फास खाया था, यह बात सामने आई है। फिलहाल, पुलिस ने मृतक छात्रा के परिजनों को जानकारी दे दी है। उनके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कोटा में इस साल 26 स्टूडेंट कर चुके सुसाइड
बता दें कि कोटा में इस साल 26 स्टूडेंट सुसाइड कर चुके है। करीब 5 दिन पहले झारखंड के रांची की रहने वाली छात्रा रिचा सिन्हा (16) ने अपनी जान दे दी। रिचा सिन्हा पांच महीने से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। वह इलेक्ट्रॉनिक कॉम्प्लेक्स स्थित हॉस्टल में रह रही थी।
अगस्त में गई 6 स्टूडेंट की जान
कोटा में जनवरी से लेकर अब तक कोटा में 26 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके है। अगस्त महीने में ही 6 स्टूडेंट की जान गई है। बड़ी बात यह है कि इन 25 में से 8 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें कोचिंग में दाखिला लिए छह महीने भी पूरे नहीं हुए थे। कोटा में औसतन हर महीने तीन छात्र खुदकुशी करते हैं। बता दें कि साल 2022 में 15 छात्रों ने आत्महत्या की थी। कोटा में साल 2015 से 2019 के बीच कुल 80 स्टूडेंट्स ने सुसाइड किया था।