सीएम गहलोत का नहरी क्षेत्रों का दौरा, राज्य में सरकार बदलने के ‘रिवाज’ को करें खत्म
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे राज्य में पार्टी की दुबारा सरकार बनाने का संकल्प लें। इसके साथ ही गहलोत ने राज्य में बार-बार सरकार बदलने की परिपाटी खत्म करने की जनता से अपील की। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता यहां से संकल्प लेकर जाएं कि इस बार हमें सरकार ‘रिपीट’ करनी है। सरकार ‘रिपीट’ करेंगे तो मैं कह सकता हूं कि अभी हमने जो योजनाएं लागू की हैं, हमने विकास का आधार बना लिया है। विकास का ‘लाॅन्चिंग पैड’ बन चुका है।
अगली सरकार फिर कांग्रेस की बन जाएगी तो खाली ‘टेक ऑफ’ करना बाकी रह जाएगा। कांग्रेस के गंगानगर शहर में ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान के जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में गहलोत ने कहा कि ऐसा होने पर राजस्थान विकास में पीछे नहीं रहेगा। विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं व विकास पहलों का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने काम में कोई कमी नहीं रखी है। हर विधानसभा क्षेत्र में विकास हुआ है। गहलोत ने लोगों से हर विधानसभा चुनाव में राज्य में सरकार बदलने के ‘रिवाज’ को खत्म करने व दोबारा कांग्रेस सरकार बनाने की अपील की।
निर्दलीय विधायकों ने दिया था साथ
सीएम गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार पर कर्नाटक, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारें गिराने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राजस्थान में भी ऐसी कोशिश की गई, लेकिन निर्दलीय विधायकों ने उनका साथ दिया। इस कारण ही वे आज मुख्यमंत्री के रूप में आप सबके सामने हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के किसानों को भी पंजाब की तरह गन्ने भाव दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने केन्द्र से आग्रह किया हैकि देश भर में सोशल सिक्योरिटी के लिए कानून लाया जाए।
प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बोले-अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सम्मेलन में कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को कोई गिला-शिकवा है तो वह आपस में बैठ कर बात करें। यदि किसी ने किसी अन्य मंच पर पार्टी की काेई बात उठाई तो उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
बता दें, गहलोत सरकार के खिलाफ जबसे बगावत हुई, तभी से कई नेता एक-दूसरे पर निशाना साधते रहे हैं। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कें द्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि कें द्र ने किसानों से किए वायदे पूरे नहीं किए।