सीएम गहलोत ने साधा केंद्र सरकार पर निशाना, पेंशन में भेदभाव कर रहा केंद्र
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किसानों की कर्जमाफी, ओल्ड पेंशन स्कीम सहित कई मुद्दों को लेकर शनिवार को एक बार केंद्र सरकार पर निशाना साधा। सीएम अशोक गहलोत शनिवार को झालाना संस्थानिक क्षेत्र में 130 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर का अवलोकन किया। इस मौके पर गहलोत ने केंद्र सरकार पर भेदभाव के आरोप लगाते हुए कहा कि आज केंद्र सरकार आर्मी को ओपीएस दे रही है।
बीएसएफ, इंडो तिब्बत पुलिस फोर्स समेत दूसरी पैरा मिलिट्री एजेंसियों को एनपीएस दे रही है। ऐसा भेदभाव वो क्यों कर रहे हैं? उनको इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश 60 साल तक ओपीएस लागू करके पेंशन देकर विकास कर सकता है। फिर आगे क्या तकलीफ है? उम्र के 35 साल नौकरी के बाद हर व्यक्ति को सामाजिक सुरक्षा का अधिकार है। केंद्र उसी अधिकार को छीन रहा है। अगर आज हम कर्मचारी को पेंशन नहीं देंगे तो वो अपने बुढ़ापे की चिंता में करप्शन करेगा।
वहीं गहलोत ने किसानों की कर्ज माफी को लेकर कहा की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में 22 लाख किसानों के 14 हजार करोड़ रुपए के कर्ज माफ किए। लेकिन भाजपा सच्चाई को छुपाकर झूठे आरोप लगा रही है। प्रदेश में केंद्रीयकृत बैंकों के कर्ज माफी केंद्र सरकार के हाथ में है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों के कर्ज माफ कर सकती है तो फिर किसानों के क्यों नहीं कर सकती।
एसीबी के आदेश पर नहीं हुई किरकरी
भ्रष्टाचारियों का चेहरा और नाम छिपाने संबंधित विवादित आदेश रद्द किए जाने पर सीएम ने कहा, इससे हमारी कोई किरकिरी नहीं हुई है। ऐसी कोई बात नहीं है। मैंने खुद कहा था कि इस आदेश को हम दिखवा लेते हैं। अगर कोई गलती है तो उसे वापस ले लेंगे। पिछली सरकार ने तो ऐसे मामले में कानून पास करके छापने पर पाबंदी लगाई थी। उसमें और इसमें रात-दिन का फर्क है। मेरे कहने के बाद ये आदेश अगले दिन वापस भी हो गया। उन्होंने कहा कि एसीबी ने पिछले 4 साल में जो काम किया है।
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर तैयार राजस्थान का सेंटर
सीएम गहलोत नेराजस्थान इंटरनेशनल सेंटर का अवलोकन करते हुए शनिवार को सेंटर पहुंचकर अधिकारियों से कार्यों की विस्तृत जानकारी ली। गहलोत ने कहा कि इसे दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है। इसका जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। यहां पर कला-संस्कृति, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी व संचार सहित विभिन्न तरह की सरकारी व गैर सरकारी गतिविधियां हो सकेंगी।
यहां पर 700 व्यक्तियों की क्षमता का सभागार, 500 क्षमता का कन्वेंशन सेंटर, 170-170 बैठक क्षमता के दो मिनी सभागार, 500 क्षमता का एग्जीबिशन एरिया, 3 कॉन्फ्रेंस हॉल, ई-लाइब्रेरी, 3 लैक्चर हॉल, 2 रेस्टोरेंट, प्रशासनिक सेक्शन, डबल बेसमेंट पार्किंग की सुविधा मिलेगी। यहां पर एक गेस्ट हाउस भी बनेगा, जिसमें जिम की सुविधा भी होगी। सेंटर का आंतरिक निर्माण राजस्थान की स्थापत्य कला की तर्ज पर हो रहा है। कन्वेंशन हॉल एवं प्री-फंक्शनल एरिया में सिटी पैलेस जयपुर के आधार पर हॉल एवं हवामहल जयपुर स्टाइल के आधार पर दीवारें दिखेंगी।
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