राजस्थान में होंगी अमेरिका जैसी सड़कें! CM गहलोत ने किया 4 हजार 430 करोड़ के सड़क कार्यों का शिलान्यास
जयपुर। चुनावी साल में गहलोत सरकार प्रदेशवासियों को आए दिन नई-नई सौगातें देने में लगी हुई है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को एक बार फिर प्रदेश की जनता को कई बड़ी सौगात दी है। सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास से 4 हजार 430 करोड़ की लागत के 131 सड़क कार्यों का शिलान्यास किया। साथ ही 387 करोड़ की लागत के 22 कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर पीडब्ल्यूडी मंत्री भजनलाल जाटव एवं विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
सीएम गहलोत ने दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री निवास से राज्यस्तरीय कार्यक्रम को वीसी के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि आज सड़कों के मामले में हमारी पहचान बनी है। राजस्थान सड़कों के क्षेत्र में तेज गति से बढ़ रहा है। पहले सड़कों में गुजरात का नाम आता था, राजस्थान इस मामले में बदनाम था। लेकिन, अब राजस्थान कहीं भी पीछे नहीं है। उन्होंने कहा कि हमनें बजट घोषणा को धरातल पर उतारा है।
बिना सड़कों के विकास संभव नहीं
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 10 हजार करोड़ की लागत से सड़कें बनना अद्भुत है। बिना सड़कों के विकास संभव नहीं है। आज 4,430 करोड़ रुपए की लागत के 131 कार्यों का शिलान्यास किया गया। 3,910 किमी लंबी सड़कों का शिलान्यास होना बड़ी बात है। 383 किमी लंबी सड़कों-पुलों के कार्यों का लोकार्पण किया है।
फास्ट टैग का सिस्टम भी सफल
सीएम गहलोत ने कहा कि पहले टोल नाकों की बड़ी तकलीफ होती है। लेकिन, अब फास्ट टैग का सिस्टम भी सफल हुआ है। कल ही मुझे केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी का पत्र मिला है, उन्होंने राज्य सरकार से अपने स्तर पर संसाधन जुटाने को कहा है। मैं फिर से गडकरी जी को पत्र लिखूंगा, राजस्थान के स्टेट हाइवे को नेशनल हाइवे में बदलने चाहिए। रामगढ़ बांध को फिर से भरने का फैसला किया है। इस घोषणा से जयपुरवासियों में खुशी का माहौल है।
खराब सड़कों का कलेक्टर से कराया था सर्वे
उन्होंने कहा कि मैंने खराब सड़कों का कलेक्टर से सर्वे कराया था। कलेक्टर से सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद ही सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि साल 2030 का विजन कामयाब करना है, तो सड़कों का विकास करना होगा। 100 की आबादी वाला गांव भी सड़क से जुड़ना चाहिए। सड़कें अच्छी होने से विकास की संभावना बढ़ जाती है। हमारी सरकार लगातार इसी प्रयास में लगी हुई, ताकि विकास के साथ-साथ लगातार बढ़ रही दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकें।
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