वीरांगनाओं को आगे कर पूरे देश में राजस्थान को बदनाम कर रही भाजपा, जनता सिखाएगी सबक - सीएम गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीरांगनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं को आगे कर भाजपा जिस तरह की राजनीति कर रही है, आने वाले समय में राजस्थान की जनता उन्हें सबक सिखाएगी। जितना हमारी सरकार ने वीरांगनाओं के लिए किया है, उतना तो पूरे देश में किसी भी राज्य में नहीं हुआ।
सीएम अशोक गहलोत आज राजस्थान राज्य अन्य प्रशासनिक सेवा परिषद के नवनिर्वाचित प्रबंधकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। कार्यक्रम में शिरकत कर जब बाहर उन्होंने मीडिया से बातचीत की। तब उन्होंने वीरांगनाओं के मुद्दे समेत ओपीएस, सोशल सिक्योरिटी जैसे कई मुद्दों पर अपना पक्ष रखा।
पूरे देश में राजस्थान को बदनाम करा रही भाजपा
सीएम गहलोत ने कहा कि वीरांगनाओं को आगे कर जिस तरह भाजपा राजस्थान की बदनामी पूरे देश में करा रही है। उससे यहां के लोगों में आक्रोश है। हमारी सरकार ने वीरांगनाओं के लिए स्पेशल पैकेज की व्यवस्था की है। जो राजस्थान की हर वीरांगना को दिया भी गया है। हमने हाउसिंग बोर्ड के तहत उन्हें आवास प्रदान किया। उनके बच्चों के लिए नौकरी सुरक्षित रखी। यहां तक कि हमने इतना भी किया कि शहीद की पत्नी अगर गर्भवती है तो हमने उसका हक पहले ही आरक्षित किया है। कि जब बच्चा वह बड़ा होगा तो उसके हक की नौकरी उसे मिलेगी।
वीरांगनाओं ने मुझसे क्या ये क्या मजाक है…
सीएम ने कहा कि कल 26 वीरांगनाओं के समूह ने मुझसे कल मुलाकात की थी। उन्होंने एक स्वर में कहा कि यह क्या मजाक चल रहा है। शहादत के बाद शहीदों के बच्चों को नौकरी मिलनी चाहिए ना की किसी और को। किसी भी रिश्तेदार को यह नौकरी नहीं मिलनी चाहिए। हम इसके सख्त खिलाफ हैं। हमारे बच्चों का अधिकार नहीं छीना जा सकता। गहलोत ने कहा कि अब आप देखिए खुद वीरांगना ही जब इसके खिलाफ हैं तो सरकार इसमें क्या कर सकती है। भाजपा तो सिर्फ और सिर्फ वीरांगनाओं को आगे का राजनीति कर रही है जिसका सबक जल्द ही राजस्थान की जनता सिखाएगी।
बुढ़ापे में गरीबों को सहायता देना क्या गलत है?
सीएम ने ओपीएस और सोशल सिक्योरिटी को लेकर कहा कि वह केंद्र से इसके लिए लंबे समय से मांग कर रहे हैं लेकिन अभी तक इस तरफ केंद्र का कोई जवाब नहीं आ रहा है। जिससे पता चलता है कि वह देश के गरीबों के लिए कितनी जिम्मेदार है। गहलोत ने कहा कि पूरे देश में हर एक गली में बड़ी-बड़ी इमारतें बन रही हैं घर बन रहे हैं तो वह क्या सिर्फ मशीनों से बनती हैं? क्या मजदूर उसमें काम नहीं करते? आज वह मजदूर काम कर रहा है लेकिन कल जब वह बूढ़ा हो जाएगा, उसका शरीर काम नहीं करेगा, उस वक्त उसे सहायता कौन देगा ?
यही सब सोचकर मैंने सामाजिक सुरक्षा स्कीम तैयार की, उसे लागू करवाया तो इसमें क्या गलत है? सिर्फ राजस्थान ही नहीं मैं चाहता हूं यह स्कीम पूरे देश में लागू हो। पूरे देश के गरीबों को उनके बुढ़ापे पर उन्हें सहायता दी जाए। यह मांग लंबे समय से मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कर रहा हूं।