CM भजनलाल शर्मा का राजसमंद दौरा: "जल संरक्षण में माताएं-बहनें निभाएंगी अहम भूमिका"
राजसमंद, राजस्थान – मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने राजसमंद दौरे के दौरान "वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान" की कार्य प्रदर्शनी का अवलोकन किया और आमजन को संबोधित करते हुए जल संरक्षण की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस अभियान की भावना को सबसे पहले और सबसे बेहतर तरीके से समझ सकती हैं तो वह हैं राजस्थान की माताएं और बहनें।
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माताओं-बहनों को सम्मान और स्वाभिमान देने का जो कार्य किया है, वही इस अभियान की आत्मा है।" उन्होंने बताया कि इस जन अभियान की शुरुआत 5 जून को गंगा दशहरा के पावन अवसर पर की गई थी, जिस दिन मां गंगा धरती पर अवतरित हुई थीं।
राजस्थान में पानी की समस्या पर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल ही जीवन है और पानी का संरक्षण ही हरियाले राजस्थान का आधार है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार तीन प्रमुख क्षेत्रों पर काम कर रही है – पानी, बिजली और युवाओं को रोजगार। उन्होंने यह भी बताया कि राजीविका जैसी योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है और किसानों, युवाओं व मजदूरों के लिए विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि 2014 के बाद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में बड़ा बदलाव आया है, जिसका असर अब गांव-गांव तक महसूस किया जा रहा है।
राजस्थान में मानसून की एंट्री को लेकर उन्होंने बताया कि गुजरात और आसपास के क्षेत्रों में बने कम दबाव के क्षेत्र से इस बार प्रदेश में 15 प्रतिशत अधिक वर्षा की संभावना है। यह बारिश जल संरक्षण अभियान को और बल देगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण और जल बचत को अपने जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की। उन्होंने कहा, "हमारे पूर्वज नदियों, पहाड़ों और पेड़ों की पूजा करते थे। अब समय है कि हम भी इस परंपरा को निभाएं और हर व्यक्ति कम से कम एक पेड़ अपनी मां के नाम पर लगाएं।"
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य का समापन इस प्रेरणादायक बात के साथ किया: "यह सरकार सिर्फ कहती नहीं, बल्कि करके दिखाती है।"