Civil Service Day 2025: हमारी संवेदनाएं खत्म नहीं होनी चाहिए - मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
सिविल सेवा दिवस 2025 पर मुख्य कार्यक्रम एचसीएम रीपा में आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि यह दिन सभी लोक सेवकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लोक सेवक देश की शासन व्यवस्था की रीढ़ हैं। सभी सम्मानित लोक सेवकों को बधाई, शुभकामनाएं। आज हमें देश के लिए मंथन और चिंतन की जरूरत है। हम सबसे बड़े लोकतंत्र का हिस्सा हैं। लोक सेवकों की भी जवाबदेही है, सुशासन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। सुशासन के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति होनी चाहिए। हमारी संवेदनाएं मरनी नहीं चाहिए। अगर कोई जरूरत में आपके पास आ रहा है, तो आप भाग्यशाली हैं। एक लोक सेवक के रूप में हमें जिम्मेदारी से अपना कर्तव्य निभाना है।
1-2 दिन ऐसे होने चाहिए, जिस दिन हमारे काम का मूल्यांकन हो
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि आज के दिन वल्लभ भाई पटेल ने दिल्ली में संबोधन दिया था। उन्होंने नौकरशाही को देश की शासन व्यवस्था की नींव बताया था। उन्होंने जो कहा, वह आज के परिदृश्य में भी वही है। समर्पण के साथ काम करना ही सच्ची जन सेवा है। जो वर्ग सामने बैठा है, वह देश का श्रेष्ठ वर्ग है। हमारे पूर्वजों ने जो किया है, आज की पीढ़ी को उसका ध्यान रखना है। एक दिन ऐसा होना चाहिए, जिस दिन देश के लिए चिंतन हो। लोक प्रशासन की जिम्मेदारी ज्यादा है। एक-दो दिन ऐसे होने चाहिए, जिस दिन हमारे काम का मूल्यांकन हो।
हमारी संवेदनाएं खत्म नहीं होनी चाहिए
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आम लोगों की बात संवेदनशीलता से सुनना और समाधान निकालना हमारी जिम्मेदारी है। लोक प्रशासन में तकनीक और डिजिटल सेवाओं का उपयोग कर व्यवस्था को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना चाहिए। सुशासन के लिए सोच-समझकर काम करने की दृढ़ इच्छाशक्ति होनी चाहिए। हमारी संवेदनाएं खत्म नहीं होनी चाहिए, अगर संवेदनाएं नहीं होंगी, तो वह मूर्ख होगा। अगर आपके पास आने वाला व्यक्ति जरूरत में आ रहा है, तो आप सौभाग्यशाली हैं। अगर वह आपकी भावना में आ रहा है, तो आप अत्यंत सौभाग्यशाली हैं। अगर वह आपके प्रभाव में आता है, तो उसे लगेगा कि अधिकारी समस्या का प्रभावी समाधान करेगा। नियुक्ति पत्र के साथ कर्तव्य का पत्र भी दिया जाना चाहिए। जब हम उसे बार-बार याद दिलाते हैं, तो व्यक्ति की भावनाएं बदल जाती हैं। आपके दिमाग में एक छोटी सी बात आपकी रात की नींद खराब कर सकती है।