'सरकार रिपीट नहीं डिलीट होगी' राजेंद्र राठौड़ बोले- महिलाओं को स्मार्टफोन नहीं, स्मार्ट सरकार की जरूरत
Churu News: राजस्थान में लगातार चल रही बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का कारवां शुक्रवार को चूरू पहुंचा जहां राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि बीजेपी परिवर्तन संकल्प यात्राओं में उमड़ रहा जनसैलाब कांग्रेस सरकार के जंगलराज, भ्रष्टाचार और कुशासन पर मुहर लगा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मिशन-156 है लेकिन परिवर्तन यात्रा में उमड़ रहा जनसैलाब देखकर लग रहा है कि ये मिशन-15 पर ही रुक जाएगा और सरकार रिपीट नहीं बल्कि डिलीट हो जाएगी.
राठौड़ ने कहा कि किस्सा कुर्सी के खेल में 4 साल 8 महीने तक कांग्रेस के मुख्यमंत्री, मंत्री विधायक व अन्य नेता एक-दूसरे को अपमानित करने की राजनीति करते रहे. वहीं अब कांग्रेस के स्वयं के नेताओं द्वारा अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं जिनमें कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री तक शामिल हैं.
'महंगाई राहत कैंप पूरी तरह फ्लॉप'
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने चुनावी साल में अपनी फ्लॉप योजनाओं व जनता के भारी विरोध को देखते हुए सत्ता की चाबी एक बाहरी व निजी कंपनी को सौंप रखी है जिसकी सलाह पर ही मुख्यमंत्री समेत पूरी सरकार काम कर रही है और उसी कंपनी को हजारों करोड़ रुपये का बजट दिया गया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि महंगाई राहत कैंप में 10 योजनाओं के फ्लॉप होने के बाद सरकार ने जन सम्मान वीडियो कॉन्टेस्ट के जरिए लोगों को फ्लॉप योजनाओं की तारीफ करने के बदले में 1 लाख, 75 हजार व 50 रुपये के क्रमशः पहले, दूसरे व तीसरे नकद पुरस्कार के साथ 1 हजार रुपये के 100 सांत्वना पुरस्कार देने का लालच दिया.
दुष्कर्म में पहले पायदान पर राजस्थान
वहीं राठौड़ ने आगे कहा कि महंगाई राहत कैंपों में सरकार ने मतदाताओं की संख्या से ज्यादा यानी करीब 7 करोड़ गारंटी कार्ड बांट डाले हैं और बजट 2022-23 में 1.35 करोड़ महिलाओं को निःशुल्क स्मार्टफोन देने की घोषणा बजट 2023-24 के बाद यानी आचार संहिता से 2 महीने पहले धरातल पर आई है.
उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्मार्टफोन नहीं, स्मार्ट सरकार की जरूरत है क्योंकि साल 2021 व 2022 में एनसीआरबी के आंकड़ो में महिला दुष्कर्म में राजस्थान पहले पायदान पर है.
चूरू बन गया अपराधियों का गढ़
वहीं राठौड़ ने आगे कहा कि चूरू जिला अपराधियों का गढ़ बन चुका है और कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, यहां गैंगस्टर व्यापारियों को फोन पर धमकाकर रंगदारी मांगते हैं और जिला शराब तस्करी, डीजल तस्करी और लकड़ी तस्करी का ट्रांजिट रूट बन गया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस का इकबाल पूरी तरह टूट चुका है और विधानसभा में सरकार ने बताया कि 4 साल में पुलिस 3 हजार से ज्यादा बार पिट चुकी है और चोरियों की घटनाओं में सिर्फ 14 प्रतिशत मामलों में बरामदगी होती है.