चीन की खतरनाक सबमरीन, पनडुब्बी में लगी मिसाइलों से दहशत
बीजिंग। चीन एक खतरनाक स्टेल्थ सबमरीन बहुत तेजी से बना रहा है। इसकी तकनीक में उसे रूस से भरपूर मदद मिल रही है। यह न सिर्फ भारत, बल्कि अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए चिंता की बात है। दरअसल, ड्रैगन ने एक आधुनिक टाइप 096 बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन बना ली है। आज चीन विश्व स्तरीय परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां बना रहा है। अब चीन इन बमरीन को स्टेल्थ बना रहा है यानी इसके प्रोपल्शन, सेंसर, हथियारों और गोता लगाते समय आवाज नहीं आएगी। जाहिर है, यह चुपके से हमला करने में सक्षम है।
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दुनिया के लिए बुरा सपना
नौसैनिक टेक्निकल इंटेलिजेंस एनालिस्ट क्रिस्टोफर कार्लसन कहते हैं कि टाइप 096 पनडुब्बियां अमेरिका और दुनिया के लिए बुरा सपना साबित होने वाली हैं। क्योंकि ये न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन हैं। इनके अंदर JL-3 SLBM मिसाइलें लगाई जाएं गी। चीन की JL-3 सबमरीन लॉन्च्ड बैलिस्टिक मिसाइल 2022 से चीन की नौसेना में तैनात है। इसमें तीन परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता है। यह पनडुब्बी से निकलने के बाद 10 से 12 हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है।
दशक के अंत तक चीन इन्हें नौसेना में करेगा शामिल
चीन जो सबमरीन्स बना रहा है उको खोजना, पहचानना या डिटेक्ट करना बेहद मुश्किल है। ये आसानी से राडार की पकड़ में नहीं आतीं। इसकी वजह से भारत, अमेरिका और अन्य देशों की चिंता बढ़ गई है। इसके बूते चीन समुद्र के अंदर कहीं अपना राज न बना ले। ऐसी उम्मीद है कि चीन इन पनडु ब्बियों को इस दशक के अंत तक अपनी नौसेना के लिए समुद्र में तैनात कर देगा। इसमें जो मिसाइल लगाई जाएगी, उसकी ताकत का अंदाजा पूरी दुनिया को है।
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