करौली में बच्चे का अपहरण कर हत्या, इलाके में तनाव, भारी पुलिस बल तैनात
करौली से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक बच्चे का बीती शाम को अपहरण कर लिया गया और उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची औऱ बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। बच्चे के परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया।
घर के बास खेल रहा था बच्चा…बाइक सवार महिला-पुरुष उठा ले गए
मामला करौली की हरिजन बस्ती का है। यहां रहने वाले मृतक बच्चे के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका 10 साल का बेटा गोलू बीती शाम 6 बजे घर के पास ही खेल रहा था। इस दौरान एक बाइक पर सवार महिला और पुरुष उनके बच्चे को उठा कर हिंडौन की तरफ ले भागे। पिता ने बताया कि उनके एक परिचित ने भी उन्हें जानकारी देकर बताया था कि उनके बच्चे को रास्ते में दो लोग मारपीट कर रहे हैं। इस पर उनके परिचित ने आरोपियों को रोका तो वे उसे चाकू दिखाकर भाग गए। जिसके बाद बच्चे के पिता ने थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया।
गिरफ्तार आरोपियों ने नहीं बताया हत्या का कारण
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद आरोपी मासलपुर चुंगी के पास से दबोच लिए गए। पहले तो उन्होंने पुलिस को कुछ भ नहीं बताया अपहरण की बात से अनजान होने का दावा किया। लिन जब पुलिस ने कड़ाई पूछताछ की तो उन्होंने बच्चे अपहरण की बात कबूल कर ली। लेकिन उन्होंने कहा कि बच्चे को उन्होंने किसी और को सौंप दिया है। लेकिन जब वे उस व्यक्ति का नाम पता बताने में असमर्थ दिखे और गोलमोल जवाब देते रहे तो पुलिस को उन्हीं पर शक गहरा गया। दोनों के साथ कड़ाई से पेश आने पर आरोपियों का हौंसला जवाब दे गया और उन्होंने बच्चे की हत्या कर शव पांचना पुल के पास फेंकने की बात कबूल कर ली। लेकिन उन्होंने हत्या करने का कारण नहीं बताया।
हत्या से आक्रोश में इलाके के लोग और परिजन
जिसके बाद पुलिस आरोपियों को लेकर पांचना पुल के पास पहुंची औऱ छानबीन शुरू की तो पुल के पास ही बच्चे का शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। लेकिन इस घटना से बच्चे के परिजनों और मोहल्ले वालों में आक्रोश फैल गया। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अस्पताल में भारी पुलिस बल को तौनात किया गया है। अस्पताल में जुटे प्रदर्शनकारियों को पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लगातार समझाने का प्रयास कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- Jaipur : सचिवालय में ‘लापरवाही’ की आग… काम ही नहीं किया सेंसर