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विदेशों में लाखों के पैकेज के नाम पर युवाओं से धोखाधड़ी, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

विदेश मंत्रालय ने कहा कि थाईलैंड और म्यामांर में ‘डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एग्जिक्यूटिव’ पदों के लिए भारतीय युवाओ को लुभाने के लिए आकर्षक जॉब का ऑफर दिया जा रहा है। ये पूरी तरह फर्जी जॉब रैकेट हैं।
09:11 AM Sep 25, 2022 IST | Sunil Sharma

विदेशों में आईटी सेक्टर की फर्जी नौकरियों को लेकर भारत सरकार ने युवाओं को आगाह किया है। थाईलैंड में नौकरी का झांसा देकर धोखे से म्यांमार ले जाए गए 100 से ज्यादा भारतीयों का मामला सामने आने के बाद विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से सतर्क रहने के लिए कहा है। युवाओं को विदेशों में आकर्षक नौकरी प्रस्तावों को ठीक से जांचने परखने की दी गई सलाह दी गई है।

इस बीच विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने और नौकरी के नाम पर इस तरह की धोखाधड़ी के मामलों पर म्यांमार और थाईलैंड सरकार से भी संपर्क किया है।

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय नागरिकों से थाईलैंड में नौकरी करने से पहले अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए कहा है। सरकार ने भारतीय युवाओं को सलाह दी है कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म या अन्य स्रोतों के माध्यम से मिल रहे फर्जी नौकरी के प्रस्तावों से सावधान रहें और उनकी पूरी तरह जांच पड़ताल कर लें।

शानदार ऑफर्स से लुभाया जा रहा

विदेश मंत्रालय ने कहा कि थाईलैंड और म्यामांर में ‘डिजिटल सेल्स एंड मार्केटिंग एग्जिक्यूटिव’ पदों के लिए भारतीय युवाओ को लुभाने के लिए आकर्षक जॉब का ऑफर दिया जा रहा है। ये पूरी तरह फर्जी जॉब रैकेट हैं। ये रैकेट कॉल सेंटर और क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के लिए संदिग्ध आईटी फर्मों द्वारा ऑपरेट किए जा रहे है।

म्यांमार में सक्रिय चीनी गिरोहों का हाथ

सूत्रों के मुताबिक इस काम में म्यांमार के भीतर सक्रिय कई चीनी गिरोहों की भी भूमिका मानी जा रही है। इसमें दुबई और भारत में मौजूद कई नौकरी एजेंटों की भूमिका भी तलाशी जा रही है। हालांकि, भारत सरकार ने म्यांमार में फंसे करीब 32 नागरिकों को शोषण के इस चंगुल से निकाल लिया है, साथ ही अन्य लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए भी प्रयास चल रहे है।

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तमिलनाडु के सीएम स्टालिन लिख चुके हैं पीएम को चिट्ठी

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने म्यांमार में ‘अवैध रूप से बंधक’ बनाए गए भारतीयों को बचा कर वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने दावा किया था कि इन भारतीयों से जबरन अवैध कार्य कराए जा रहे हैं। स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा था कि राज्य सरकार को करीब 50 तमिलों सहित करीब 300 भारतीयों के म्यांमा में फं से होने की सूचना मिली है।

कुछ समय पहले 30 भारतीयों को बचाया था

गौरतलब है कि म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास ने कुछ समय पहले मियावाडी इलाके में फंसे 60 में से 30 भारतीयों को बचाया था, ये सभी थाईलैंड के अंतरराष्ट्रीय गिरोह के वादे के शिकार हुए थे। थाईलैंड की सीमा के करीब दक्षिण पूर्व म्यांमार के कयिन प्रांत में मियावाडी शहर है।

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