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कष्टों के निवारण के लिए करें सहस्त्रनाम मंत्र का जाप, संतान प्राप्ति के बन जाते हैं योग

तंत्र-मंत्र और ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताये गये हैं जिनसे व्यक्ति की समस्याओं का निवारण होता है।
03:53 PM Feb 13, 2023 IST | BHUP SINGH

संसार में प्रत्येक प्राणी हमेशा किसी ना किसी समस्या से पीड़ित रहता है। यह समस्याऐं शारीरिक,मानसिक,सामजिक और आर्थिक, किसी भी प्रकार की हो सकती है। तंत्र-मंत्र और ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताये गये हैं जिनसे व्यक्ति की समस्याओं का निवारण होता है। कई ऐसे मंत्र बताये गये हैं जिनसे समस्या का त्वरित समाधान होता है।लेकिन इन उपायों को करना सरल काम नहीं है । हर व्यक्ति इन्हें नहीं कर सकता है।भाग्य बदलने के लिए एक सरल उपाय भी है। ये है देवी -देवताओं के सहस्त्र नामों का जाप करना ।शास्त्रों में सभी देवी-देवताओं के सहस्त्रनामों का उल्लेख किया गया है।सहस्त्रनाम का अर्थ है इनके एक हजार नाम होना। इनके जाप से व्यक्ति अपने कष्टों से छुटकारा पा सकता है।

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एक हजार नामों का होता है जाप

यह देवताओं को प्रसन्न करने के लिए एक विशेष आराधना होती है। इस पूजा में किसी विशेष देवता के सहस्त्र नामों को एक क्रम में जपा जाता है। इस जाप में 20-25 मिनिट तक का समय लगता है। लेकिन इनका असर जल्द होता है। जानते हैं किसी विशेष उद्देश्य के लिए किस देवता के सहस्त्रनाम का जाप करना चाहिए।

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शत्रुओं से मिलता है छुटकारा

-यदि आप शत्रुओं का नाश और सौभाग्य की प्राप्ति करना चाहते हैं तो श्री काली सहस्त्रनाम का जाप करना चाहिए। इसके जाप से शत्रुओं से छुटकारा मिलता है और सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
-जीवन में समस्त प्रकार के सुख-समृद्धि, एश्वर्य के लिए श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। इसके पाठ से अखंड लक्ष्मी और राजयोग की प्राप्ति होती है।जीवन खुशियों से भर जाता है।
-यदि जीवन में कोई ऐसी बड़ी समस्या आ गई हो जिसका समाधान नहीं निकल रहा हो तो व्यक्ति को श्री हनुमान सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।
-संतान की प्राप्ति के लिए श्री गोपाल सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। इसके पाठ से नि:संतान को भी संतान प्राप्ति के योग बन जाते हैं।
-अपनी मनचाही और सात्विक इच्छा की पूर्ति के लिए श्री शिव सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए। यह पाठ सस्वर करना चाहिए। इससे सकल मनोरथ पूर्ण होते हैं।

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