होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

Chandrayaan 3 : हाय ये मासूमियत…चांद पर जाने की जिद्द कर बैठी बच्ची, मां से बोली-पापा को बोलो लेकर जाए

हाय ये मासूमियत…चांद पर जाने की जिद्द कर बैठी बच्ची, मां से बोली- पापा को बोलो लेकर जाए
01:02 PM Aug 24, 2023 IST | Sanjay Raiswal

Chandrayaan-3 : चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चांद की सतह पर लैंड हो गया है। इसरो के मिशन मून के तहत चंद्रयान-3 के लैंडर ने चांद के दक्षिण ध्रुव पर कामयाब लैंडिग कर इतिहास रच दिया है। Chandrayaan-3 23 अगस्त (बुधवार) को शाम 6.04 बजे चांद पर उतरा जिसके बाद चंद्रमा पर उतरने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया। पूरे विश्व में Chandrayaan-3 चंद्रयान-3 को लेकर चर्चाएं हो रही है।

बच्ची का वीडियो हो रहा वायरल...

चन्द्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद एक बच्ची का अनोखा वीडियो सामने आया है। वीडियो में बच्ची अपनी मां से चांद पर जाने की जिद कर रही है। यह वीडियो राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना का है। वीडियो में एक बच्ची अपनी मां से चांद पर जाने की जिद करते हुए रो रही है।

बच्ची अपनी मां से कहती है कि मुझे चांद पर जाना है, पापा को बोलो मुझे ले जाए। बच्ची के इस सवाल पर मां कहती है- हम सब जाएंगे। वहीं मां के जवाब पर बच्ची आगे बोलती है- अपने को रॉकेट बनाना आता ही नहीं है। यह इतना छोटा होता है कैसे जाएंगे?

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर डीडवाना में जश्न का माहौल...

बता दें कि 23 अगस्त की शाम 6:04 बजे भारत ने इतिहास रचते हुए चांद पर तिरंगा फहरा दिया है। चांद के साउथ पोल पर उतरकर चंद्रयान-3 (chandrayaan-3) ने सफलतापूर्वक लैंडिंग कर ली है। इस मौके पर पूरे देश के साथ राजस्थान में जगह-जगह जश्न का माहौल है।

राजस्थान के डीडवाना में चंद्रयान- 3 की सफल लैंडिंग पर जश्न का माहौल देखा गया। लोगों ने डीडवाना निवासी इसरो वैज्ञानिक सुनीता खोखर का भी आभार जताया। सुनीता खोखर के घर पर भी खुशी का माहौल देखने को मिला।

बता दें कि चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के मिशन में राजस्थान (rajasthan news) के डीडवाना की बेटी सुनीता खोखर (sunita khokhar) ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग में अहम भूमिका निभाई है।

चंद्रयान-3 में उपयोग हो रहे सेंसर को बनाने में सुनीता खोखर का विशेष योगदान रहा है। सेंसर का मुख्य कार्य चंद्रयान की गति और ऊंचाई बताने का है। इसकी सारी एक्टिविटी को लेकर प्रोग्राम बनते हैं। वह सेंसर के माध्यम से ही बनते हैं और उसी से ही सारी सूचनाएं इसरो के वैज्ञानिकों को प्राप्त होती है।

जोधपुर में बच्चों ने कुछ इस अंदाज में दी बधाई…

Chandrayaan-3 चंद्रयान-3 की सफल लैडिंग के बाद राजस्थान के जोधपुर में भी बच्चों ने अनोखे अंदाज में इसरो को बधाई दी है। स्कूली बच्चों ने लंबी कतार में बैठकर इसरो चंद्रयान-3 लिखकर बधाई दी है। बच्चों के अनोखे अंदाज में चंद्रयान-3 को बधाई देने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो जोधपुर के शेरगढ़ में बेलवा गांव है। यहां स्कूली बच्चों ने अनोखे अंदाज में बधाई दी।

Next Article