CET Exam Fraud: जोधपुर के बाद अब अलवर में परीक्षा देते मुन्ना भाई अरेस्ट, बाड़मेर का रहने वाला है डमी कैंडिडेट
अलवर। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (Rajasthan Staff Selection Board) की समान पात्रता परीक्षा-2022 (Common Eligibility Test-2022) यानी सीईटी एक्जाम का आज दूसरा दिन है। सुबह पहली पारी की परीक्षा के दौरान अलवर कोतवाली थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी श्रीराम विश्नोई को गिरफ्तार कर थाने लाई, जहां आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार अलवर के महिला राजकीय महाविद्यालय में रविवार सुबह समान पात्रता परीक्षा की पहली पारी के दौरान अभ्यर्थी अवरेंद्र सिंह खटाना की जगह बाड़मेर निवासी श्रीराम विश्नोई परीक्षा दे रहा था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। पंजीकृत अभ्यर्थी अमरेंद्र सिंह खटाना तहसील सिकराय जिला दौसा का निवासी है तो डमी कैंडिडेट विश्नोई बाड़मेर का निवासी है। पुलिस द्वारा आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
जांच एएसपी सरिता सिंह ने बताया कि दौसा जिले के सिकराय निवासी अभ्यर्थी की जगह बाड़मेर निवासी युवक डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने आया था। आरोपी पहली पारी के दौरान परीक्षा देने भी बैठ गया था, लेकिन परीक्षा हॉल में परीक्षा देते वक्त पकड़ लिया गया। क्योंकि डमी कैंडिडेट के साइन मैच नहीं हो रहे थे। इसके बाद फोटो मिलान किया तो आरोपी की झूठ सामने आ गई।
कल जोधपुर में पकड़ा गया था डमी कैंडिडेट
इससे पहले सीईटी एक्जाम के पहले दिन जोधपुर में एक डमी कैंडिडेट पकड़ा गया था। मंडोर पुलिस ने शनिवार को दूसरी पारी की परीक्षा के दौरान फूलबाग स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में परीक्षा देते वक्त सुखराम पुत्र माधाराम विश्नोई निवासी सेवाड़ा थाना करड़ा जिला जालौर को गिरफ्तार किया था। डमी कैंडिडेट मांगीलाल पुत्र भावाराम के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसे फर्जी परीक्षार्थी बनकर परीक्षा देने के लिए 50 हजार रुपए मिले थे और उसने अपनी पढ़ाई के खर्चे के लिए फर्जीवाड़ा किया था।