ख्वाजा साहब के उर्स में नारे लगाकर माहौल बिगाड़ने वालों पर मुकदमा दर्ज
अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज का सालाना 811वां उर्स चल रहा है। बीते उर्स में कुल की रस्म के दौरान जन्नती दरवाजे के सामने शाहजहानी मस्जिद में नारे लगाने से माहौल बिगड़ गया था। इस मामले में दरगाह कमेटी के दारोगा की रिपोर्ट पर दरगाह थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
अजमेर के एडिशनल एसपी सिटी आईपीएस विकास सांगवान ने बताया कि दरगाह में जब कुल की रस्म चल रही थी। उसी दौरान रात में लगभग दो से ढ़ाई बजे के बीच शाहजहानी मस्जिद में अस्वीकृत नारे लगाने की सूचना मिली थी। जिस पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया था। वहीं अन्य लोगों से समझाइश कर मामला शांत करवा दिया था।
इस मामले में दरगाह कमेटी के दारोगा सलीम मौहम्मद ने रिपोर्ट दी। जिसमें बताया कि कुल की रस्म के दौरान शाहजहानी मस्जिद में कुछ लोगों ने अस्वीकृत नारे लगाकर माहौल को बिगाड़ा। वहीं इससे दरगाह कमेटी के कर्मचारियों के चोटें भी आई है। इन नारों से सूफी संत ख्वाजा साहब की दरगाह में लोगों की आस्था को भी ठेस पहुंची। इस रिपोर्ट के आधार पर राजकार्य में बाधा, धार्मिक भावनाओं को आहत करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घायलों का मेडिकल मुआयना करवाया जाएगा।
अंजुमन सचिव ने जताया रोष
दरगाह के खादिमों की संस्था अंजुमन के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने बताया कि उर्स से पहले नारे नहीं लगाने के लिए दरगाह में लिखा गया था। इसके बावजूद भी बरेलवी नारे लगाए, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई है। उन्होंने कहा कि हर बार यह लोग यहां आकर माहौल बिगाड़ते हैं। ख्वाजा साहब में सभी धर्म की आस्था होने व वीआईपी लोगों के आने से भी वह इर्ष्या रखते हैं साथ ही दरगाह को बदनाम करने के लिए यह उनकी साजिश है। सचिव चिश्ती ने आरोपियों