दलित अत्याचार के खिलाफ अब बसपा ने निकाला पैदल मार्च, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
जयपुर। राजस्थान चुनाव के चलते बीजेपी, कांग्रेस, आरएलपी के अलावा आम आदमी पार्टी, असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM और अब मायावती की बसपा भी सक्रिय हो गई है। आज बसपा ने दलित पर अत्याचारों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा के नेतृत्व में पैदल मार्च निकाला। बसपा कार्यकर्ता और नेताओं ने शहीद स्मारक से लेकर सिविल लाइंस फाटक तक यह मार्च निकाला। जिसमें उन्होंने सरकार विरोधी नारे लगाए और दलितों को न्याय देने की मांग की।
कानून के राज में पूरी तरह फेल गहलोत सरकार
बसपा के पूर्व विधायक मनोज सिंह नांगली ने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार अपने कार्यकाल में पूरी तरह फेल हो गई है। यहां आए दिन दलितों पर अत्याचार हो रहा है। एक बच्ची का रेप करके उसकी बेरहमी से हत्या कर दी जाती है। बालोतरा में एक दलित महिला से बलात्कार कर उसको ज्वलनशील पदार्थ जला दिया जाता है। लेकिन ये सरकार कुछ नहीं कर पाती ।न्यांगली ने यह भी कहा कि कई लोग आरोप लगाते हैं कि बसपा सिर्फ चुनावी महीने में ही सक्रिय होती है। लेकिन ऐसा नहीं है बसपा हर समय हर एक मुद्दे पर अपनी आवाज मुखर करती है।
200 सीटों पर लड़ेंगे चुनाव
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार शासन में पूरी तरह नाकाम रही है। इसलिए अब जनता के सामने बसपा बड़ी पार्टी बनकर उभर रही है। बसपा प्रदेश की पूरी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दलित, आदिवासी समुदाय पर लगातार अत्याचार बढ़ रहा है। जिसका हम विरोध कर रहे हैं।
आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की
बसपा नेताओं ने मार्च के बाद राज्यपाल के नाम 10 सूत्रीय ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें दलित, वंचित, मुस्लिम और कमजोर वर्ग, महिलाओं, बच्चियों पर अत्याचार को लेकर कांग्रेस सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।