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कोटा में अब रहने की इच्छा नहीं… तैयारी करते रहेंगे…स्टूडेंट के सुसाइड से सदमे में भाई-बहनों ने छोड़ा शहर

कोटा में अब रहने की इच्छा नहीं… तैयारी करते रहेंगे…स्टूडेंट के सुसाइड से सदमे में भाई-बहनों ने छोड़ा शहर
01:49 PM Aug 28, 2023 IST | Sanjay Raiswal
कोटा में अब रहने की इच्छा नहीं… तैयारी करते रहेंगे…स्टूडेंट के सुसाइड से सदमे में भाई बहनों ने छोड़ा शहर

कोटा। देश में इंजीनियरिंग और मेडिकल कोचिंग सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान के कोटा शहर में एक बार फिर कोचिंग छात्रों को लेकर दर्दभरी खबरें सामने आई हैं। कोटा में एक ही दिन में 2 कोचिंग छात्र ने अपने हॉस्टल के कमरे में सुसाइड़ कर लिया है। इसके साथ ही कोटा में 8 महीने के अंदर सुसाइड करने वालों की संख्या 22 हो गई है।

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एक ही दिन में दो स्टूडेंट्स ने की खुदकुशी…

कोटा में रविवार को एक ही दिन में दो छात्रों ने खुदकुशी कर ली। महाराष्ट्र के लातूर निवासी आविष्कार संभाजी कासले ने रविवार दोपहर 3:09 बजे कोचिंग इंस्टीट्यूट की छठी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया था। कासले ने सुसाइड से कुछ मिनट पहले ही कोचिंग संस्थान की तीसरी मंजिल पर एक परीक्षा दी थी। वह कोटा के तलवंडी इलाके में रहकर 3 साल से नीट की तैयारी कर रहा था।

वहीं चार घंटे के बाद नीट की ही तैयारी कर रहे आदर्श राज ने शाम करीब सात बजे कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र स्थित अपने किराये के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। बिहार का रहने वाला आदर्श राज रविवार को एग्जाम देने के बाद वह घर आया और खुदकुशी कर अपनी जान दे दी थी।

कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने आदर्श के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को लेकर गांव के लिए निकल गए। वहीं आदर्श की मौत के बाद उसके दोनों भाई बहिन ने भी कोटा छोड़ने का फैसला लिया हैं। दोनों भाई-बहन परिजन के साथ अपने घर के लिए रवाना हो गए।

भाई-बहन बोले-अब यहां रहने की इच्छा नहीं…

मृतक छात्र के फुफेरे भाई आयुष ने बताया कि आदर्श उसके मामा का लड़का था। वह बचपन से उनके साथ रहा है। हम तीनों भाई-बहिन नीट की तैयारी करने के लिए कोटा में आए थे। तीनों भाई एक ही फ्लैट में रहते थे। बाहर घूमने नहीं जाते थे। अंकल आते रहते थे। जरूरत के सामान रखकर जाते थे। रविवार को वो 11 बजे कोचिंग से आए थे। तीनों ने साथ खाना बनाया। चावल के साथ पनीर की सब्जी बनाई। तीनों ने साथ में खाना खाया। फिर सब अपने-अपने रूम में चले गए। बहन की तबीयत खराब थी। वह भी अपने रूम में चली गई। इसी बीच आदर्श ने दूसरे रूम में जाकर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। आदर्श की मौत के बाद अब हमारा भी यहां रूकने का मन नहीं कर रहा है। क्योंकि हमारा पूरा बचपन आदर्श के साथ गुजरा। अब यहां रहने की इच्छा नहीं है। हालांकि मेडिकल की तैयारी करते रहेंगे।

टेस्ट में कम नंबर आए, यह सुसाइड का कारण नहीं

वहीं अंकल पप्पू सिंह ने बताया कि आदर्श 5 महीने पहले बहन के कोटा आया था। उनके साथ फूफा का लड़का भी कोटा आया। आदर्श के सुसाइड क्यों किया के कारण समझ नहीं आ रहा। जब सगे भाई-बहिन उसके साथ रहते थे उन्हें ही पता नहीं लग सका, तो मुझे कैसे पता लगेगा। ये अनहोनी घटना है। विधि के विधान को कौन टाल सकता है। टेस्ट में कम नंबर आया यह कारण नहीं है।

कुन्हाड़ी थाना सीआई गंगा सहाय ने बताया कि रविवार शाम 8 बजे सूचना मिली थी कि छात्र ने सुसाइड किया है। उसे हॉस्पिटल लेकर गए है। जहां उसको मृत घोषित किया। पुलिस को मृतक छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। सीआई ने बताया कि फ्लैट में तीनों भाई बहिन रहते थे। तीनों रोजाना कोचिंग जा रहे थे। रेगुलर टेस्ट दे रहे थे। कल आयुष का टेस्ट हुआ था। आयुष टेस्ट को लेकर तनाव था। उसने सुसाइड का प्रयास किया।

भाई बहिन ने उसे उतारा और हॉस्पिटल लेकर गए। हॉस्पिटल में डॉक्टर ने चेक कर मृत घोषित किया। आदर्श की मौत के बाद भाई बहिन कोटा से वापस जा रहे हैं। तीनों को पैसा रिफंड करवाया जा रहा है। जो कोचिंग स्टूडेंट फ्लैट में रह रहे हैं। उनका सर्वे करवाएंगे, वहां भी एंटी सुसाइड डिवाइस लगाने का प्रयास करेंगे।

अभिभावकों की उम्मीदों का बोझ स्टूडेंट पर पड़ता है भारी…

कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड बढ़ते मामलों को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि ज्यादातर केसों में अभिभावकों की उम्मीदों का बोझ स्टूडेंट पर भारी पड़ता है। अभिभावक अपने सपने अपने बच्चों पर थोपकर उनको इस चुनौती पूर्ण परीक्षाओं में शामिल होने के लिए भेजते हैं, लेकिन हर स्टूडेंट की एक क्षमता होती है, क्षमता से अधिक वह परफॉर्मेंस नहीं कर सकता।

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