For the best experience, open
https://m.sachbedhadak.com
on your mobile browser.

180 टन वजनी होती है नीली व्हेल मछली, पूरी तरह नहीं सोती है यह मछली 

01:33 PM Feb 23, 2023 IST | Supriya Sarkaar
180 टन वजनी होती है नीली व्हेल मछली  पूरी तरह नहीं सोती है यह मछली 

मछली जल की रानी है, जीवन उसका पानी है… यह कविता हम सभी ने अपने बचपन में कई बार सुनी भी है और गाई भी है। मछली जीव जगत का एक सुंदर प्राणी है। इसकी सुंदरता लोगों को इतना भाती है कि कई लोग अपने घरों और शॉरूम में एक्वेरियम भी रखते हैं। दरअसल एक्वैरियम एक प्रकार का कृत्रिम जलाशय होता है। इसमें किसी भी आकार की मछली को पाला जा सकता है।

Advertisement

यह पारदर्शी जलाशय होता है जिसमें जलीय पौधों व जलीय जीव जंतुओं को रखा जाता है। इनकी सभी हरकतें आसानी से देखी जा सकती है। कई मछुआरे व मछली पालन ट्रेनिंग सेंटर में एक्वेरियम का उपयोग किया जाता है। इसमें अकशेरूकीय, उभयचर, जलीय सरीसृप, कछुए और जलीय पौधें रखे जाते हैं। लेकिन जीव जगत में एक ऐसी मछली भी है जो आकार में सबसे बड़ी होती है। इसी के बारे में विस्तार से जानेंगे आज के कॉर्नर में…

खतरनाक मछली व्हेल

यह मछली आकार में बड़ी होने के साथ-साथ खतरनाक भी होती है। यह जीव विज्ञान का सीटेशया गण का जीव है, जिसे तिमि या ह्वेल कहा जाता है। व्हेल सभी स्तनधारी जीव की तरह केवल हवा में श्वास ले सकते हैं। इसलिए श्वास लेने के लिए इनके सिर पर एक छेद होता है, जिससे समय-समय पर ये पानी की सतह पर आकर श्वास लेते हैं। नीले रंग की व्हेल मछली विश्व का सबसे बड़ा जानवर है।

इसका आकार हाथी व डाइनोसौर से भी कई गुना बड़ा होता है। नीली व्हेल 30 मीटर लम्बी तथा इनका वजन 180 टन होता है। इनकी छोटी प्रजातियां केवल 3.5 मीटर की होती है। 20वीं शताब्दी में यह प्रजाति विलुप्ती के कगार पर थी। इसके बाद कई देशों में इसके शिकार पर पाबंदी भी लगाई गई। यह पूरी तरह नहीं सोती है, यह सोने की अवस्था में भी जागी हुई होती है, इसलिए इसे सबसे खतरनाक जीव माना गया है।

(Also Read- दुनिया का सबसे ऊंचा जलप्रपात ‘एंजल’, 2009 में वेनेजुएला के राष्ट्रपति ने बदला इसका नाम)

जलचर प्राणी है मछली 

मछली एक जलचर प्राणी है, जिसके शरीर पर शल्क होते हैं। यह अपना पूरा जीवन पानी के अंदर ही व्यतीत करती है। यह मीठे पानी के स्त्रोतों जैसे समुद्र, नदियों व तालाबों में बहुतायत में पाई जाती हैं। इनका मुख्य भोजन समुद्र में रहने वाले जलीय पौधे व छोटे जीव होते हैं।

मछलियों को कई सभ्यताओं में उनके साहित्य, इतिहास एवं संस्कृति में विशेष स्थान दिया गया है। पूरी दुनिया में मछलियों की करीब 28,500 प्रजातियां पाई जाती है। हालांकि ह्वेल को लेकर एक भ्रांति फैली हुई है कि यह मछली नहीं है। जबकि यह दुनिया की सबसे बड़ी व खतरनाक मछली है जो पेड़-पौधे भी खाती है।

दुनिया की विशाल मछलियां

महासागरों व सागरों में कई ऐसी मछलियां निवास करती है जो बहुत विशाल होती है। ये विशालकाय मछलियां मानवभक्षी होती है। ये इतनी खतरनाक होती है कि पूरे इंसान को एक बार में निगल भी सकती हैं। ये मछलियां किलर कैटफिश, रिट वैली किलर, पिरान्हा, अमेजॉन असासिंस, अमेजन लैश ईटर्स हैं।

(Also Read- 101 फीट की है दुनिया की सबसे लंबी बस, शुरुआत में भाप से चलती थी बसें)

.