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महिलाओं से ज्यादा पुरुषों के लिए खतरा बन सकता है Bladder Cancer, जाने क्या है इस कैंसर के लक्षण और कारण

10:36 AM Mar 17, 2023 IST | Prasidhi

कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है, जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। अक्सर कैंसर के संकेत आपको लास्ट स्टेज पर पता चलते हैं, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। आपने कई तरह के कैंसर के बारे में सुना होगा ब्रेस्ट कैंसर, माउथ कैंसर या सर्वाइकल कैंसर ये काफी कॉमन कैंसर हैं। लेकिन हम आपको आज एक ऐसे कैंसर के बारे में बताने जा रहे हैं, मूत्राशय में होता है। इस कैंसर को हम ब्लैडर कैंसर कहते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, दुनियाभर में ब्लैडर कैंसर महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में पनपता है। साथ ही ये पुरुषों में पाई जाने वाला सातवां सबसे आम कैंसर है। आइए जानते हैं क्या है ब्लैडर कैंसर(Bladder Cancer)।

क्या होता है ब्लैडर कैंसर(Bladder Cancer)

ब्लैडर हमारे शरीर का वो हिस्सा है जहां किडनी से छनकर यूरिन इखट्टा होता है। इस ब्लेडर में यूरिन ज्यादा देर तक स्टोर करने से कई बीमारियां आपके शरीर में घर बना सकती हैं। इनमें से एक है, ब्लैडर कैंसर। एक रिसर्च के अनुसार भारत में हर साल 45,000 पुरुष और 17,000 महिलाएं ब्लैडर कैंसर का शिकार होती हैं। आपको बता दें कि, ब्लैडर कैंसर दो प्रकार के होते हैं। पहला मसल-इनवेसिव कैंसर और दूसरा नॉन-मसल इनवेसिव कैंसर आईए जानते हैं दोनों में क्या फर्क है।

कितने प्रकार के होते हैं ब्लैडर कैंसर

मसल-इनवेसिव कैंसर एक ऐसा कैंसर है जो ब्लैडर के डिट्रसर मसल में पनपता है। डिट्रसर मसल ब्लैडर के अंदर के हिस्से में पाया जाता है, ये एक मोटी मांसपेशी होती है। स कैंसर के शरीर के बाकी हिस्सों में फैलने की संभावना ज्यादा होती है। वहीं नॉन-मसल इनवेसिव कैंसर ब्लैडर के टिशू में पाया जाता है। ये टिशू ब्लैडर के इंटिरियर में पाए जाते हैं, इसमें ब्लैडर मसल शामिल नहीं होती है।

क्या हैं ब्लैडर कैंसर के संकेत

इस कैंसर की शुरुआत ब्लैडर में स्थित यूरोथेलियल सेल्स में होती है। जहां से ये धीरे-धीरे फैलना शुरु करता है। इसकी सही समय पर पहचान करने की बहुत जरूरत है। इसलिए हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताने जा रहे हैं जिनसे आप शुरुआती स्टेज पर ही इस कैसर का पता लगा सकते हैं।

यूरिन में खून आना

कैंसर के शुरुआती स्टेज में आपके यूरिन से खून आने लगता है। वैसे तो यूरिन से खून आने की समस्या कई कारणों से हो सकती है, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह ब्लैडर कैंसर(Bladder Cancer) के कारण ही होता है।

कमजोर और थका हुआ महसूस करना

कमजोरी और थकान महसूस होना भी ब्लैडर कैंसर के लक्षण हैं। इसकी वजह से आपके शरीर में ऊर्जा की कमी हर समय बनी रहती है। इसकी शुरुआत होने पर आपके शरीर के कामकाज पर भी असर पड़ता है।

यूरिन का रंग बदलना

यूरिन का रंग बदलने के कई कारण होते हैं। इस कैंसर के शुरुआती स्टेज में ब्लैडर में कैंसर कोशिकाओं की अप्राकृतिक ग्रोथ के कारण पेशाब का रंग बदल सकता है। पेशाब का रंग लाल या काला होने पर आपको इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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