Jaipur Blast : सीपी जोशी बोले- कांग्रेस को सरकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का वकील मिल गया, जयपुर ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए नहीं मिला
जयपुर बम ब्लास्ट (Jaipur Blast) मामले के चार मुख्य आरोपियों को राजस्थान हाई कोर्ट से बेल मिल जाने के बाद प्रदेश में ही नहीं पूरे देश में आक्रोश है। इसी आक्रोश को आज प्रदेश भाजपा ने सड़कों पर उतारा और धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा के नवनियुक्त अध्यक्ष सीपी जोशी ने किया।
धरने में विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़,सांसद घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, विधायक कालीचरण सराफ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी भी शामिल रहे और उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया और कहा कि 71 लोगों की जान लेने वाले आरोपियों का इतनी आसानी से छूट जाना कांग्रेस सरकार की सबसे बड़ी विफलता है।
सरकार बदली तो Jaipur Blast का केस भी धीमा पड़ा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि यह जयपुर की जनता पूछना चाहती है कि साल 2008 में जो बम ब्लास्ट हुआ, 71 लोगों ने अपनी जान गवां दी, एक जिंदा बम भी मिला, 185 लोग घायल हो गए। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की लेकिन उसके कुछ दिनों बाद सरकार चली जाती है। फिर ऐसी सरकार आती है, जिससे कार्रवाई फिर वापस धीरे हो जाती है।
सरकार बचाने को वकील मिल गया, 71 लोगों को न्याय दिलाने को नहीं मिला
जोशी ने कहा कि 5 साल तक वह कार्रवाई अंजाम तक पहुंचने का इंतजार करती है। फिर वापस एक ऐसी सरकार आती है जो इस केस को स्पेशल कोर्ट में ले जाती है। उस पर अपराधियों को फांसी की सजा होती है लेकिन यह हमारा दुर्भाग्य है कि वर्तमान में जो राजस्थान की सरकार है वह अपनी सरकार बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील लाकर खड़ा कर देती है लेकिन जयपुर के जिन लोगों की बम ब्लास्ट में जान गई, उनके लिए कोई वकील सरकार को नहीं मिलता, यह हम सब के लिए शर्मिंदगी की बात है।
इन आतंकियों के लिए भी सोनिया गांधी की आंखों में आ रहे आंसू
जोशी ने कहा कि आखिर षड्यंत्र के पीछे कौन है? ऐसे आतंकवादी जो इंडियन मुजाहिद्दीन के हो, बाटला हाउस में हो, जयपुर बम ब्लास्ट हो, एनकाउंटर में मारे गए और आपको बयान भी याद होगा कि सलमान खुर्शीद ने कहा था आतंकवादी मारे गए तो सोनिया गांधी आंखों की आंसू नहीं रुक रहे थे। सीपी जोशी ने सवाल किया कि ये उन आतंकवादियों में से है जिन आतंकवादियों के लिए सोनिया गांधी के आंख में से आंसू नहीं रुक रहे हैं, उसको सजा कैसे मिलती है, यह प्रश्न चिन्ह जयपुर की जनता के लिए खड़ा होता है।
सिहर जाता हूं उस मंजर को याद कर
धरने में विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जयपुर सीरियल बम ब्लास्ट के बाद में सवाई मानसिंह पहुंचने वाला व्यक्ति था मैं, मुझे आज भी वह मंजर याद है जिसे सोच कर ही मन कांप जाता है। जो मैं देखता हूं कि एक कोने में घनश्याम तिवाड़ी इमरजेंसी वॉर्ड के कोने में खड़े हुए और जब मुझे देखा तो कहने लगे राजेंद्र! क्या इसीलिए धरती पर था मैं कि कि जयपुर के इन चित्रों को मैं कफन के सफेद-सफेद चादर में लिपटे देख सकूं, मेरा क्या हाल है।
बिना फटे बम का केस अब तक लंबित
आरोपियों के खिलाफ विशेष अदालत में चल रहा यह मामला धमाकों के बाद बरामद बिना फटे बम से जुड़ा है। जिसके चलते चारों आरोपियों को रिहा नहीं किया जा सकता। दरअसल राजस्थान हाई कोर्ट ने बुधवार को इस मामले में निचली अदालत का फैसला पलटते हुए उन चार आरोपियों को बरी कर दिया जिन्हें विशेष अदालत ने 2019 में फांसी की सजा सुनाई थी। उच्च न्यायालय ने इसके साथ ही ‘खराब’ जांच के लिए भी जांच एजेंसी को फटकार लगाई।
केस की कमजोर पैरवी के चलते AAG की सेवा समाप्त
इधर प्रदेश सरकार रिहा किए गए आरोपियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेगी। राज्य सरकार दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा रही है। वहीं राजस्थान हाईकोर्ट में इस केस की कमजोर पैरवी करने के लिए AAG यानी अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेन्द्र यादव की सेवाएं खत्म कर दी हैं।