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यह तो किस्सा कुर्सी का..जनता की सहानुभूति पाने के लिए ये कांग्रेस की चाल, सचिन पायलट के अनशन पर भाजपा ने कसा तंज  

02:40 PM Apr 11, 2023 IST | Jyoti sharma
यह तो किस्सा कुर्सी का  जनता की सहानुभूति पाने के लिए ये कांग्रेस की चाल  सचिन पायलट के अनशन पर भाजपा ने कसा तंज  

जयपुर। शहीद स्मारक पर मौन धारण कर बैठे सचिन पायलट के धरने के बारे में  भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने इसे सिर्फ और सिर्फ किस्सा कुर्सी का करार दिया। वहीं बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश भडाना ने सचिन पायलट को कहा कि अगर जनता के लिए लड़ना है तो इस्तीफा देकर सड़क पर आ जाओ।

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ये तो किस्सा कुर्सी का

सतीश पूनिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर बगैर किसी का नाम लेते हुए लिखा कि यह तो किस्सा कुर्सी का, लेकिन जनता को क्या मिला, बदहाल कानून व्यवस्था, रोते किसान, हैरान जवान, रोती अबला। जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी। #सच_तो_यह_है , #Rajsthan

जाहिर है सतीश पूनिया का यह पोस्ट कांग्रेस सरकार के लिए था। इधर झुंझुनू में महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाना भी शामिल रहे। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब चुनाव के 6 महीने बाकी हैं तब सचिन पायलट को भ्रष्टाचार का मुद्दा याद आ रहा है।

कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति है- भड़ाना

अगर सचिन पायलट जनता की समस्या देख रहे हैं और अगर उनके लिए लड़ना चाहते हैं तो पार्टी से इस्तीफा दे दें और सड़क पर आ जाएं। भड़ाना ने कहा कि ये कुछ नहीं सिर्फ कांग्रेस की सोची-समझी रणनीति है। जिसके तहत वह जनता के सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही है। सचिन पायलट इस तरह की बयान देकर सरकार से त्रस्त जनता से सहानुभूति लेना चाहते हैं। लेकिन इस बार प्रदेश की जनता उसके जाल में नहीं फंसेगी।

शाम 5 बजे तक ऐसे ही बैठेंगे धरने पर पायलट

बता दें कि सचिन पायलट सुबह 11:00 बजे से शहीद स्मारक पर मौन धारण किए हुए धरने पर बैठे हुए हैं। शाम 5:00 बजे तक भी इसी तरह यहां पर प्रदर्शन करते हुए बैठे रहेंगे। उनके साथ पार्टी के कई कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा कई पार्टियों ने भी उन्हें अपना समर्थन दिया है। भारतीय किसान यूनियन का तो यूपी से एक दल भी यहां पर पहुंचा है।

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