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बिपरजॉय तूफान प्रभावितों को आर्थिक मुआवजा दे कांग्रेस सरकार, सतीश पूनिया ने गहलोत को लिखा पत्र

सतीश पूनिया ने बाड़मेर, चौहटन, सांचोर में तूफान से हुए नुकसान का सर्वे कर पीड़ित लोगों को आर्थिक मुआवजा देने की मांग करते हुए सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है.
11:29 AM Jun 24, 2023 IST | Avdhesh
बिपरजॉय तूफान प्रभावितों को आर्थिक मुआवजा दे कांग्रेस सरकार  सतीश पूनिया ने गहलोत को लिखा पत्र

जयपुर: राजस्थान में बिपरजॉय का कहर अभी थम गया है लेकिन इस पर सियासत का दौर लगातार जारी है जहां हाल में सीएम अशोक गहलोत ने तूफान प्रभावित जिलों के क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था. इसके बाद राजस्थान बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बाड़मेर, चौहटन और सांचोर में तूफान प्रभावितों से मुलाकात कर हालातों का जायजा लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला था. वहीं अब पूनिया ने बाड़मेर, चौहटन, सांचोर में तूफान से हुए नुकसान का सर्वे कर पीड़ित लोगों को आर्थिक मुआवजा देने एवं अन्य जरूरी संबल देने की मांग करते हुए सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है.

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पूनिया ने कहा कि अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के शासन में लोगों के घर और लोगों की उम्मीदें डूब गई हैं. वहीं पत्र में पूनिया ने गहलोत से आग्रह किया है कि बिपरजॉय तूफान से विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में काफी जनहानि हुई है और कुछ जगह लोगों की आजीविका का सहारा पशुधन भी काल कलवित हो गया है.

ऐसे में मुख्यमंत्री से विशेष अनुरोध है कि प्रभावित क्षेत्र के लोगों को हर तरीके की सहायता सहयोग अविलंब प्रदान करें. बता दें कि बिपरजॉय तूफान से प्रभावित बाड़मेर, चौहटन, सांचौर इत्यादि क्षेत्रों का सतीश पूनिया ने 22 जून को दिनभर जमीनी दौरा किया था.

'गांवों-ढ़ाणियों के हालात बेहद खराब'

पूनिया ने गहलोत को पत्र में लिखा है कि जैसा कि आपके संज्ञान में है कि विगत दिनों आए बिपरजॉय तूफान से राजस्थान का विशेषकर पश्चिमी क्षेत्र बाड़मेर, जोधपुर, पाली जालोर, सिरोही तथा अजमेर विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं और आपने भी हवाई सर्वेक्षण किया था.

वहीं आपके प्रवास के तत्पश्चात् मैनें भी बाड़मेर और जालौर के कुछ क्षेत्रों की जमीनी हकीकत जानने के लिए दौरा किया था जहां पाया कि बहुत दूरस्थ गांवों-ढ़ाणियों तक हालात बहुत कष्टकारक है और अभी भी कई गांव, ढ़ाणियां और घर जलमग्न होकर टापू बने हुए हैं. इसके अलावा लोगों के झोपड़े और कच्चे घर सहित पक्के मकानों को भी भारी नुकसान हुआ है.