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राजस्थान का सबसे बड़ा मायरा! भांजी की शादी में खर्च किए 3.21 करोड़, धान से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सहित बहुत कुछ दिया…

बहन के घर होने वाली शादी में मायरा तो हर भाई भरता है। लेकिन, राजस्थान में नागौर जिले में तीन मामाओं ने अपनी भांजी की शादी में ऐसा मायरा भरा है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है।
11:30 AM Mar 16, 2023 IST | Anil Prajapat

नागौर। बहन के घर होने वाली शादी में मायरा तो हर भाई भरता है। लेकिन, राजस्थान में नागौर जिले में तीन मामाओं ने अपनी भांजी की शादी में ऐसा मायरा भरा है, जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। जी हां, नागौर जिले में एक लड़की की शादी में उसके तीन मामाओं ने 3.21 करोड़ का मायरा भरा। इतना ही नहीं तीनों मामा ने गहने से लेकर अनाज तक इस मायरे में रखा। जिसमें 16 बीघा खेत, 30 लाख का प्लॉट, 40 तोला सोना, एक किलो चांदी ,एक ट्रेक्टर-ट्रॉली धान, एक स्कूटी और 81 लाख कैश दिया गया। यह राजस्थान में अब तक का सबसे बड़ा मायरा माना जा रहा है।

ऐतिहासिक मायरा भरने का यह मामला जायल क्षेत्र के झाड़ेली गांव का है। घेवरी देवी और भंवरलाल पोटलिया की बेटी अनुष्का की बुधवार को शादी थी। इस दौरान अनुष्का के नाना भंवरलाल गरवा निवासी बुरड़ी अपने तीनों बेटे हरेंद्र, रामेश्वर और राजेंद्र के साथ करोड़ों रुपए का मायरा लेकर पहुंचे। नाना और तीन मामाओं ने झाड़ेली गांव के पोटलिया परिवार में 3 करोड़ 21 लाख रुपए का मायरा भरा तो यह नजारा देख रिश्तेदार सहित शादी वाले भी दंग रह गए। वहीं, बहन घेवरी देवी और उनके परिवार के आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े।

थाले में 81 लाख रुपए का कैश

अनुष्का के नाना थाली सिर पर लेकर शादी में पहुंचे। इस थाले में 81 लाख रुपए कैश रखे हुए थे। जब उन्होंने पंच-पटेलों के बीच 81 लाख रुपए के अलावा साढ़े 16 बीघा खेती की जमीन के कागजान, नागौर रिंग रोड पर करीब 30 लाख रुपए का प्लॉट, 40 तोला सोना और 1 किलो चांदी के गहने और धान से भरी ट्रैक्टर-टॉली सौंपी तो हर कोई दंग रह गया। मामाओं ने एक स्कूटी भी अपनी भांजी को गिफ्ट में दी।

पिता बोला-बेटी की किस्मत से मिला ये सब

घेवरी देवी के पिता भंवरलाल गरवा का कहना है कि अनुष्का उनके परिवार की इकलौती बेटी है। इसी की किस्मत से मेरे तीनों बेटों को इतना कुछ मिला है। वैसे भी पुराना इतिहास है कि बहन-बेटी के ससुराल में मायरे को दिल खोल कर भरना चाहिए और उनके संकट में रक्षक की तरह खड़ा होना चाहिए। इसलिए बेटों ने मेरी सहमति से ही अपनी बहन की खुशी के लिए ये मायरा भरा है।

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