SMS हॉस्पिटल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट में फर्जीवाड़ा, ACB ने 2 अधिकारियों को दबोचा...पैसे लेकर देते थे फर्जी NOC
Acb Action In Jaipur : राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) एक्शन मोड में है। एसीबी आए दिन घूसखोर अपराधियों पर ताबड़तोड कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में जयपुर एसीबी टीम ने प्रदेश के सबसे बड़े हॉस्पिटल सवाई मानसिंह (एसएमएस) में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी टीम ने SMS हॉस्पिटल में रुपए लेकर अंग प्रत्यारोपण (ऑर्गन ट्रांसप्लांट) की फर्जी एनओसी देने वाले को 2 लोगों को दबोचा है। एसीबी टीम ने सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर अनिल जोशी को रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है।
70 हजार रुपए और 3 फर्जी NOC लेटर बरामद
एसीबी ने रविवार देर रात 1.30 बजे कार्रवाई करते हुए आरोपियों के पास से 70 हजार रुपए और 3 फर्जी एनओसी लेटर भी बरामद किए हैं। कार्रवाई के बाद एसीबी टीम रात को ही आरोपी गौरव सिंह और अनिल जोशी के घर और अन्य ठिकानों पर सर्च करने पहुंची। एसीबी का सर्च ऑपरेशन सोमवार सुबह 5 बजे तक चला।
ACB को आरोपी गौरव सिंह के घर से भी फर्जी सर्टिफिकेट मिले
सर्च ऑपरेशन के दौरान एसीबी टीम को आरोपी गौरव सिंह के घर से 100 से अधिक फर्जी सर्टिफिकेट मिले हैं। किसी भी सर्टिफिकेट पर साइन नहीं है और किसी पर भी कोई मोहर नहीं है, लेकिन इन पर अस्पतालों के नाम लिखे हैं।
एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि तीन दिन पहले एसीबी मुख्यालय जयपुर के समक्ष एसएमएस अस्पताल के अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। परिवादी ने शिकायत में बताया कि अस्पताल में कोई अंग प्रत्यारोपण के फर्जी एनओसी सर्टिफिकेट बिना कमेटी की बैठक के जारी कर रहा है। ये लोग पैसे लेकर फर्जी सर्टिफिकेट दे रहे हैं। बिना कमेटी के जारी इन सर्टिफिकेट की कोई अहमियत नहीं हैं। ये लोग निजी अस्पतालों से सांठ-गांठ कर पैसा कमाने के लिए यह सब कर रहे हैं।
एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि मुखबीर की सूचना के बाद एसीबी के डीआईजी रवि के नेतृत्व में टीम बनाई गई। टीम ने गोपनीय तरीके से संदिग्ध अधिकारी की पहचान की और पीछा करना शुरू कर दिया। एसीबी टीम रविवार देर रात को एसएमएस हॉस्पिटल पहुंची। एसीबी टीम ने SMS हॉस्पिटल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी (AAO) गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट को-आर्डिनेटर अनिल जोशी को एनओसी के बदले लेन-देन करते समय रंगे हाथ पकड़ लिया। एसीबी की पूछताछ में सामने आया कि सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह रिश्वत के बदले पिछले कई महीनों से कमेटी के सदस्यों के फर्जी हस्ताक्षर करते हुए फर्जी एनओसी बनाकर कई अस्पतालों को दे चुका है।
ईएचसीसी अस्पताल ने आरोपी को किया निलंबित
अंग प्रत्यारोपण से पहले फर्जी एनओसी देने के मामले में ईएचसीसी अस्पताल ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर अनिल जोशी को सस्पेंड कर दिया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उनकी ओर से आंतरिक जांच की जा रही है। साथ ही वह एसीबी को जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
पिछले महीने भी SMS हॉस्पिटल के डॉक्टर पर मारा था छापा
बता दें कि पिछले महीने एसीबी ने एसएमएस अस्पताल के डॉ. रंजन लांबा के घर और अस्पताल पर छापेमारी की थी। 7 मार्च गुरुवार सुबह करीब 6 बजे जांच एजेंसी की टीमें डॉ. रंजन के जयपुर, झुंझुनूं और सीकर स्थित अस्पताल-घर पहुंचीं। डीजी एसीबी राजीव शर्मा को डॉ. रंजन लांबा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने की खबर मिली थी। इस पर एसीबी इंटेलीजेंस की ओर से जांच की गई।