राजस्थान के बजट में बड़ी चूक! CM गहलोत ने पढ़ी पुरानी कॉपी, विपक्ष का जोरदार हंगामा
जयपुर। राजस्थान के इतिहास में बजट भाषण के दौरान पहली बार बड़ी चूक का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अपने तीसरे कार्यकाल का आखिरी बजट पेश करते हुए शुरुआत में बजट भाषण की पुरानी कॉपी पढ़ी तो विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष ने बजट लीक करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। जिसके चलते सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर सीएम के ड्रीम बजट में किसने खलल डाला। वित्त विभाग के अफसरों से आखिर कैसे चूक हुई कि सीएम गहलोत आठ मिनट तक पुरानी बजट की कॉपी पढ़ते रहे।
मुख्यमंत्री गहलोत ने सुबह 11 बजे जैसे ही बजट भाषण पढ़ना शुरू किया तो विपक्ष ने हंगामा कर दिया। भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए। इस पर आसन पर खड़े होकर स्पीकर सीपी जोशी ने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को फटकार लगाते हुए विपक्ष को चुप करा दिया।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ीं हैं। इसके बाद पेज छूटने की वजह से बजट भाषण रुका और बजट की दूसरी प्रति मंगाई। जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। अब विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11.42 बजे शुरू होगी।
शुरुआती बजट भाषण में ये बोले गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुबह 11 बजे विधानसभा में बजट भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने हर वर्ग के लोगों के लिए काम किया है। कोरोना काल में कोई भूखा नहीं सोया। प्रदेश की जनता को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना के लिए 800 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं, मनरेगा के तहत गांव में 100 दिन के रोजगार को बढ़ाकर 125 दिन का किया जा रहा है। इस पर करीब 750 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
विपक्ष ने लगाया ये आरोप
बजट भाषण की शुरुआत होते ही विपक्ष ने भारी हंगामा कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने बजट लीक किया है। भारी हंगामा करते हुए विपक्षी सदस्य सदन के वेल में आ गए। विपक्ष ने ये भी आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बजट की पुरानी लाइनें पढ़ीं हैं।