अजमेर ACB की बड़ी कार्रवाई, नगर निगम के पार्षद और दलाल को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
अजमेर। प्रदेश में लगातार सरकारी तंत्र के भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने मोर्चा खोल रखा है। एसीबी आए दिन भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। अजमेर एसीबी टीम ने जिले में बड़ी कार्रवाई की। अजमेर एसीबी की टीम ने नगर निगम के पार्षद और दलाल रोशन चीता को ट्रैप किया है। अजमेर एसीबी की टीम ने पार्षद वीरेंद्र वालिया को 20,000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी पार्षद ने परिवादी से 50 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। ईदगाह के पास स्थित सरकारी जमीन पर परिवादी को निर्माण कार्य करने देने की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि की मांग की जा रही थी।
एसीबी-डीएसपी पारसमल ने बताया कि परिवादी ने एसीबी को 12 फरवरी को शिकायत दी। जिसमें बताया कि ईदगाह के पास स्थित सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य कर रहा है। यह निर्माण कार्य को अवैध बताकर तोड़ने की धमकी दी जा रही थी। निर्बाध रूप से चलने देने की एवज में दलाल रोशन चीता के जरिए दो प्लॉट की एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगकर लगातार परेशान किया जा रहा था। इस संबंध में एसीबी ने परिवादी की शिकायत का सत्यापन करवाया। इसके बाद एसीबी ने ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया। परिवादी ने जैसे ही दलाल को पैसे दिए एसीबी ने उन्हें दबोच लिया। वहीं पार्षद विरेन्द्र वालिया को भी गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी ने आरोपी दलाल के कब्जे से रिश्वत की रकम 20 हजार रुपए भी जब्त कर ली गई है।
निगम के अधिकारियों की धौंस…
एसीबी-डीएसपी पारसमल पंवार ने कहा कि परिवादी ने यह भी बताया कि पार्षद वालिया निगम के अधिकारियों की धौंस दिखाता था और छुट्टी के दिन भी निगम के अधिकारियों को लाकर निर्माण कार्य रूकवाने व तुड़वाने की धमकी देता था। इस संबंध में भी जांच की जाएगी और जो निगम का अधिकारी इसमें दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
पार्षद को नहीं दिया मौका…
डीएसपी पारसमल ने कहा कि पार्षद विरेन्द्र वालिया और दलाल को प्लानिंग के तहत दबोचा गया। ऐसे में पार्षद को कुछ भी करने का मौका नहीं मिल सका। इसके बाद दोनों को क्रिश्चियनगंज थाने ले आया गया और यहीं पर आगामी कार्रवाई की गई।
राजनीतिक रंजिशवश की कार्रवाई…
आरोपी पार्षद वालिया मीडिया के सामने राजनीतिक रंजिशवश कार्रवाई करने की बात कहते नजर आए। उनका कहना था कि ईदगाह क्षेत्र में अवैध कब्जा कर काम किया जा रहा था, ऐसे में उनके खिलाफ रंजिशवश एसीबी से यह कार्रवाई की गई है।