Bharatpur : उग्र होता जा रहा है आरक्षण की मांग पर आंदोलन, हालात बिगड़ते देख आज रात 12 बजे तक बंद की गई इंटरनेट सेवा
Bharatpur : आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर में जबरदस्त प्रदर्शन चल रहा है। माहौल बिगड़ता देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरती है। जिसके चलते आज रात 12:00 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। प्रशासन ने इसके लिए आदेश जारी कर दिए हैं।
यातायात का बदला गया रूट
जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने जानकारी देते हुए बताया कि आंदोलन को देखते हुए संभावना इसकी है कि दंगे भड़क सकते हैं। जिसमें सोशल मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इसी को मद्देनजर रखते हुए जिले भर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है जो रात 12:00 बजे तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि बीती देर शाम जयपुर-आगरा हाईवे पर अरोरा के पास भी आंदोलनकारियों ने सड़क को जाम कर दिया था। जो अभी तक जारी है। अभी भी वहां से वाहनों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। आंदोलन स्थल पर भारी संख्या में लोग मौजूद हैं। इसका अंदेशा भी जताया जा रहा है कि दोपहर और शाम होते-होते काफी संख्या में लोग और जमा होंगे।
यातायात में गतिरोध पैदा होने के चलते प्रशासन ने जयपुर से भरतपुर जाने वाले लोगों के लिए रूट डायवर्ट कर दिया है। अब ये लोग भरतपुर वाया नदबई और भरतपुर से जयपुर जाने वाली वाया बयाना होकर जाएंगे।
टीकाराम जूली ने बातचीत के लिए बुलाया
कलेक्टर ने बताया कि आंदोलनकारियों से बातचीत करने के लिए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री टीकाराम जूली ने बुलाया है। जूली ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने इस आंदोलन को बंद करने की अपील की है और बातचीत करने के लिए उन्हें आमंत्रित किया है।
जिला प्रशासन की ओर से भी आंदोलनकारियों को समझाने की भरपूर कोशिश की जा रही है लेकिन अभी तक सारी कोशिशें विफल हो गई हैं। आंदोलनकारी आरक्षण की मांग पर अड़े हुए हैं। उन्होंने बीते साल सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा था। जिसे वह पूरी करने के लिए कह रहे हैं।
मांगें नहीं मानी तो पूरे राजस्थान में होगा चक्का जाम
बीते शुक्रवार को भी फुले आरक्षण समिति के प्रतिनिधियों को कलेक्ट्रेट में बुलाया गया था और बातचीत की गई थी इस प्रतिनिधिमंडल को मुरारी लाल सैनी से भी मिलवाया गया था। कल से ही आंदोलनकारी जिनमें युवा, बुजुर्ग, महिलाएं शामिल हैं, वे NH-21 पर आकर बैठ गए और वहां पर लकड़ियां, ईट-पत्थर रखकर जाम लगा दिया। उन्होंने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मांग उठाई कि फुले आरक्षण समिति के संयोजक मुरारी लाल सैनी को जल्द से जल्द रिहा किया जाए। अगर उन्हें जल्दी जमानत नहीं दी जाती तो फिर भरतपुर से यह आंदोलन निकलकर पूरे राजस्थान में गूंजेगा और चक्का जाम भी होगा।
मुरारी सैनी समेत 26 लोग गिरफ्तार
बता दें कि सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुरारी लाल सैनी समेत 26 लोगों की को गिरफ्तार किया गया है। इन्हें छुड़ाने को लेकर और आरक्षण की मांग को लेकर यह प्रदर्शन किया जा रहा है।
पुलिस पर कर रहे पत्थरबाजी, जवाब में दागनी पड़ी टियर गैस
हालात इतने खराब है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने या फिर उनसे बातचीत करने जाती है तो आंदोलनकारी उन पर पत्थरों की बरसात करते हैं। इसके जवाब में पुलिस को कई बार टियर गैस के गोले भी दागने पड़े। देखते ही देखते आंदोलन उग्र होता गया और बड़ी संख्या में लोग यहां पर शामिल होते गए। इसके बाद इन लोगों ने पूरे हाईवे पर कब्जा जमा लिया और अब तक वहीं पर बैठे हुए हैं।
गौरतलब है कि इस आंदोलन को लेकर सैनी समाज आरक्षण समिति ने पहले ही 19 अप्रैल को सरकार को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें आरक्षण की मांग और मुरारी लाल सैनी की रिहाई की मांग ना मानने पर 21 अप्रैल से चक्का जाम करने की घोषणा की गई थी।