अवैध खनन के खिलाफ भजनलाल सरकार का बड़ा एक्शन, इस जिले में हुई सबसे ज्यादा FIR व गिरफ्तारी
illegal mining in Rajasthan : जयपुर। राजस्थान में पेपर लीक और गैंगस्टर के खिलाफ कार्रवाई के बाद भजनलाल सरकार अब अवैध खनन के खिलाफ एक्शन में आ गई है। अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत प्रदेश में लगातार 5वें दिन बड़ी कार्रवाई की गई। एक ही दिन में 210 एफआईआर दर्ज होने के साथ ही 99 लोगों की गिरफ्तारी हुई। साथ ही कई वाहनों को भी जब्त किया गया।
खान सचिव आनन्दी ने बताया कि राज्य सरकार के अवैध खनन गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देशों पर समूचे प्रदेश में खान, राजस्व, परिवहन, पुलिस और वन विभाग द्वारा संयुक्त रुप से मिलकर ताबड़तोड़ कार्यवाही की जा रही है, जो आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को एक ही दिन में 210 एफआईआर दर्ज होने के साथ ही 99 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अगर पिछले 5 दिन की बात करें तो ये सबसे बड़ी कार्रवाई है।
टोंक में सबसे ज्यादा एफआईआर और गिरफ्तारी
अवैध खनन गतिविधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत टोंक जिले में 35 एफआईआर दर्ज हुई। साथ ही 22 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। टोंक के बाद 19 एफआईआर कोटा में दर्ज कराने के साथ ही अवैध खनन गतिविधियों में लिप्त 13 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। बता दें कि राज्य सरकार ने अवैध खनन गतिविधियों की जड़ पर प्रहार पर जोर दिया है ताकि स्थाई रोक लग सके।
जानें-किस जिले में कितनी एफआईआर और गिरफ्तारी
टोंक और कोटा के अलावा डीडवाना-कुचामन में 14 एफआईआर, बारां में 11एफआईआर और 4 गिरफ्तारी, भीलवाड़ा में 10 एफआईआर, चित्तोडगढ़ में 3 गिरफ्तारी, झालावाड़ में 12 एफआईआर और 11 गिरफ्तारी, नीम का थाना में 13 एफआईआर और 7 गिरफ्तारी, बीकानेर में 10 एफआईआर और 5 गिरफ्तारी, जालौर में 8 एफआईआर और 6 गिरफ्तारी, भरतपुर में 5 गिरफ्तारी, अलवर और शाहपुरा में 10-10 एफआईआर और अलवर में 7 गिरफ्तारी, करौली में 9 एफआईआर और 2 गिरफ्तारी, धौलपुर में 8 एफआईआर और 4 गिरफ्तारी व शेष अन्य स्थानों पर एफआईआर और गिरफ्तारी हुई है।
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5 दिन में क्या-क्या हुआ?
पहले दिन : अवैध खनन के खिलाफ 15 जनवरी से कार्रवाई शुरु हुई थी। पहले दिन प्रदेशभर में आधा दर्जन से अधिक बड़ी मशीनरी सहित 100 से अधिक वाहन मशीनरी और 300 टन से अधिक अवैध भण्डारित बजरी जब्त की गई थी।
दूसरे दिन : प्रदेश भर में 60 एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही 38 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसके अलावा 20 से अधिक बड़ी मशीनरी जब्ती के साथ करीब 25 हजार टन से अधिक खनिज स्टॉक जब्त किया गया था।
तीसरे दिन : अभियान के तीसरे दिन फुलेरा में अवैध खनन में लिप्त 5 ट्रैक्टर ट्रॉलियां, एक मोटरसाइकल, खनन औजार व विस्फोटक जब्त किया। वहीं, बजरी से लदे 6 वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की। इसके अलावा दौलतपुरा में दो वाहनों को जब्त किया।
चौथे दिन : प्रदेशभर में 110 अवैध खनन स्थलों पर कार्रवाई की गई है और 45 एक्सक्वेटर व जेसीबी मशीनों को जब्त किया गया। अवैध माइनिंग के खिलाफ भीलवाड़ा में सर्वाधिक 15 माइनिंग स्थलों पर कार्यवाही हुई हैं वहीं जयपुर ग्रामीण भी 11 स्थानों पर कार्रवाई कर दूसरे नंबर पर रहा है।
5वें दिन : प्रदेशभर में 210 एफआईआर दर्ज होने के साथ ही 99 लोगों को गिरफ्तार किया गया। खास बात ये रही कि टोंक में सबसे ज्यादा एफआईआर और गिरफ्तारी हुई और कार्रवाई के मामले में कोटा दूसरे नंबर पर रहा।
खनन माफियाओं में भय व्याप्त
खान सचिव आनन्दी ने बताया कि अभियान के दौरान अवैध रुप से खनिजों का परिवहन करने वाले वाहनों को जब्त करने के साथ ही अवैध माइनिंग स्थलों पर कार्यवाही की जा रही है जिससे खनन माफियायों में भय का वातावरण बना है। अभियान की खास बात यह है कि जिला कलक्टरों के मार्गदर्शन में पांचों विभागों द्वारा संयुक्त रुप से कार्यवाही की जा रही है और इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होने लगे हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश में खान, राजस्व, परिवहन, पुलिस और वन विभाग द्वारा जिला कलक्टरों के निर्देशन में अवैध खनन गतिविधियों में अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ 15 जनवरी से अभियान चलाया जा रहा है, 31 जनवरी तक जारी रहेगा।