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चुनाव से पहले CM गहलोत ने खेला बड़ा दांव, 1514 गांवों में बिछेगा सड़कों का जाल, 2422 करोड़ होंगे खर्च

चुनावी साल में गहलोत सरकार प्रदेशवासियों को आए दिन कोई ना कोई सौगात देने में लगी हुई है।
03:30 PM Jul 31, 2023 IST | Anil Prajapat
Ashok Gehlot

जयपुर। चुनावी साल में गहलोत सरकार प्रदेशवासियों को आए दिन कोई ना कोई सौगात देने में लगी हुई है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बड़ा दांव खेला है। सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों को 1514 गांवों को नई सड़कों से जोड़ने की सौगात दी है। इन सड़कों के निर्माण पर 2422 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मुख्यमंत्री गहलोत आज दोपहर 12 बजे सीएमआर से 1,514 राजस्व गांवों को सड़कों से जोड़ने के कार्यों का शिलान्यास किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में ग्राम पंचायत स्तर तक के कार्यालय ऑनलाइन जुड़े।

इस मौके पर सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान के गांव-गांव तक संचार व संपर्क के विस्तार के लिए आज 2422 करोड़ की लागत से 1422 गांवों को डामर सड़क से जोड़ने के कार्य का शिलान्यास किया गया है। हमारा विश्वास है कि सड़क अपने साथ इन गांवों तक तरक्की का रास्ता लेकर जाएगी। उन्होंने कहा कि कोई जमाना था कि जब हम सड़कों के मामले में काफी पीछे थे और गुजरात सबसे आगे था। लेकिन, आज हम गुजरात से आगे नहीं तो पीछे भी नहीं है। सड़कों से विकास का बड़ा संबंध होता है और जब भी हमें मौका मिला, हमने सड़कों के विकास पर ध्यान दिया। आज जिन सड़कों का शिलान्यास किया गया है, वो काम बारिश खत्म होते ही तत्परता के साथ पूरे किए जांएगे।

इन जिलों में बिछेगा सड़कों का जाल

प्रदेश के बांसवाड़ा में 35, बाड़मेर में 827, जैसलमेर में 74, जोधपुर में 250, जयपुर में 5, उदयपुर में 100, टोंक में 21, डूंगरपुर में 21 सहित 1514 राजस्व गांवों को नई सड़कों से जोड़ा जाएगा। इसके लिए कुल 2422 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इन जगहों पर सड़कों के निर्माण में बारिश के दिन खत्म होने के बाद तेजी आएगी। बता दें कि प्रदेश के ग्रामीण, जनजातीय एवं मरुस्थलीय क्षेत्रों में विकास के उद्देश्य से गांवों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है।

कौन-कौनसे गांवों में बनेंगी सड़कें

सार्वजनिक निर्माण विभाग के प्रमुख शासन सचिव वैभव गालरिया ने बताया कि साल 2011 की जनगणनानुसार सामान्य क्षेत्रों में 350 व अधिक आबादी, जनजातीय और मरुस्थलीय क्षेत्रों में 250 से अधिक आबादी के 778 राजस्व गांवों को 1,192 करोड़ तथा जनगणना वर्ष 2011 के पश्चात घोषित सामान्य क्षेत्रों में 500 व अधिक आबादी और जनजातीय एवं मरुस्थलीय क्षेत्रों में 250 से अधिक आबादी के 736 राजस्व गांवों में 1,230 करोड़ की लागत से सड़कें बनाई जाएगी। इन गांवों को नवीन डामर सड़कों से जोड़ा जाएगा।

नई सड़कों से मिलेगा क्या फायदा?

नई सड़कें बनने से लोगों को काफी फायदा मिलेगा। गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, रोजगार आदि सुविधाएं मजबूत होंगी। गांवों के नई डामर सड़कों के जोड़ने से किसानों को अपनी फसलों को मंडियों तक पहुंचाना आसान होगा। परिवहन लागत कम होने से किसानों की आय में वृद्धि होगी। गांवों से शहरों की दूरी कम होगी और गांवों में उद्योगों का विकास होगा। इसके अलावा नए रोजगार सृजित होंगे।

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