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रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले PM मोदी का 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू, ऑडियो मैसेज किया शेयर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रामजी की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू कर दिया है। साथ ही एक विशेष ऑडियो मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए जनता जनार्दन से आशीर्वाद मांगा है।
10:59 AM Jan 12, 2024 IST | Anil Prajapat
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Ram Mandir Pran Pratishtha : नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रामजी की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू कर दिया है। साथ ही एक विशेष ऑडियो मैसेज सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए जनता जनार्दन से आशीर्वाद मांगा है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शुक्रवार को ऑडियो मैसेज जारी करते हुए लिखा कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। प्रभु ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। इस समय, अपनी भावनाओं को शब्दों में कह पाना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने अपनी तरफ से एक प्रयास किया है।

पीएम मोदी ने शेयर किया ये ऑडियो मैसेज

पीएम मोदी ने कहा कि सियावर रामचंद्र की जय… मेरे प्यारे देशवासियों! राम-राम… जीवन के कुछ क्षण ईश्वरीय आर्शीवाद की वजह से ही यथार्थ में बदलते हैं। आज हम सभी भारतीयों के लिए, दुनियाभर में फैले रामभक्तों के लिए, ऐसा ही पवित्र अवसर है। हर तरफ प्रभु श्रीराम की भक्ति का अद्भुत वातावरण है। चारों दिशाओं में राम नाम की धुन, राम भजनों की अद्भुत सौंदर्य माधुरी, हर किसी को इंतजार है 22 जनवरी का। उस ऐतिहासिक पवित्र पल का और अब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं।

उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनने का अवसर मिल रहा है। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है. मैं भावुक हूं। भाव-विव्हल हूं. मैं पहली बार जीवन में इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूं। मैं अलग ही भाव-भक्ति की अनुभूति कर रहा हूं। मेरे अंतर्मन की ये भाव-यात्रा, मेरे लिए अभिव्यक्ति का नहीं, अनुभूति का अवसर है। चाहते हुए भी मैं इसकी गहनता, व्यापकता और तीव्रता को शब्दों में बांध नहीं पा रहा हूं। आप भी भली भांति मेरी स्थिति को समझ सकते हैं। जिस स्वप्न को अनेकों पीढ़ियों ने वर्षों तक एक संकल्प की तरह अपने ह्दय में जिया मुझे उसकी सिद्धी के समय उपस्थित होने का सौभाग्य मिला है। प्रभु ने मुझे सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। जैसा हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि हमें ईश्वर के यज्ञ के लिए, आराधना के लिए स्वंय में भी दैवीय चेतना जागृत करनी होती है। इसके लिए शास्त्रों में व्रत और कठोर नियम बताए गए हैं। जिनका प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पालन करना होता है। इसलिए आध्यात्मिक यात्रा की कुछ तपस्वी आत्माओं और महापुरुषों से मुझे जो मार्गदर्शन मिला हैं, उन्होंने जो यम नियम सुझाए है। उनके अनुरूप मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू कर रहा हूं। इस पवित्र अवसर पर मैं परमात्मा के चरणों में प्रार्थना करता हूं और ऋषियों, मुनियों व तपस्वियों का पुण्य स्मरण करता हूं। साथ ही जनता जनार्दन जो ईश्वर का रूप है, उनसे प्रार्थना करता हूं कि आप मुझे आशीर्वाद दें। ताकि मन, वचन और कर्म से मेरी तरफ से कोई कमी ना रहे।

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