राजस्थान के एक नेता ऐसे भी...जिन्हें चुनाव लड़ाने पर अड़ी जनता, मना किया तो पगड़ी उतार फूट-फूटकर रोए लोग
Hemaram Choudhary : जयपुर। विधानसभा चुनावों की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही राजस्थान में चुनावी माहौल भी गरमाने लगा है। एक तरफ कई विधायक और नेता अपना टिकट बचाने की जुगत में जयपुर से दिल्ली तक बड़े नेताओं के हाथ-पांव पकड़ रहे है। वहीं, दूसरी ओर एक नेताजी ऐसे भी है, जिन्हें चुनाव लड़वाने के लिए समर्थकों ने अपनी पगड़ी तक उतारकर उनके चरणों में रख दी और फूट-फूटकर रोने लगे।
ऐसा ही रोचक वाकया बाड़मेर जिले में देखने को मिला है। जहां समर्थक चाहते है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता और गुढ़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी एक बार फिर चुनावी रण में उतरे। लेकिन, वो पहले ही मन बना चुके है कि अब चुनाव नहीं लड़ेंगे।
दरअसल, वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। इससे उनके कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है। समर्थक चालते है कि वो गुढ़ामालानी सीट से फिर से चुनाव लड़े। इसके लिए हेमाराम चौधरी के समर्थकों ने सोमवार को एक सभा का आयोजन किया। इस दौरान समर्थकों ने हेमाराम से मिन्नत की कि वो इस बार चुनाव जरूर लड़े।
समर्थकों ने मंत्री के चरणों में रखी पगड़ी
चौंकाने वाली बात ये है कि विधायक हेमाराम चौधरी को चुनाव लड़वाने के लिए मनाने वाले समर्थकों ने अपनी पगड़ी उतार कर उनके पैरों में रख दी और फूट-फूटकर रोने लगे। तभी मंत्री हेमाराम ने भी अपनी पगड़ी उतार कर नीचे रखना चाहा। लेकिन, समर्थकों ने उन्हें रोक लिया। करीब 5-6 घंटे तक आपसी समझाइश का दौर चलता रहा। लेकिन, चौधरी ने दुखी मन से समर्थकों से साफ-साफ कह दिया कि वो इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे।
मंत्री बोले-मैं मन बना चुका हूं…आप इतनी जिद्द मत करो
समर्थकों से समझाइश कर रहे मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ने का मन बना चुका हूं और आप इतनी जिद्द मत किजिए। आप लोगों ने व्यूह रचना बना दी है, इसे भेदना ही पड़ेगा। आपने मेरी बात नहीं मानी तो मैं अन्न-जल त्याग दूंगा और यही पर बैठ जाऊंगा…आप लोग फिर क्या करोगे? उन्होंने कहा कि आप इस क्षेत्र से किसी को चुनाव लड़ाओ, मैं आपके साथ हूं, लेकिन समर्थक मानने को तैयार नहीं थे।
पहले ही ऐलान कर चुका था…अब नहीं लडूंगा चुनाव
हेमाराम चौधरी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकता और समर्थक चाहते है कि मैं फिर से चुनाव लड़ूं। मुझे मनाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ये बैठक रखी थी और मुझे जनता के दरबार में आने के लिए कहा गया था। उन्होंने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा है। लेकिन, मेरा चुनाव लड़ने का मन नहीं है। मैं तो पहले ही चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुका था। मैं चाहता हूं कि इस बार उनकी जगह किसी और को मौका दिया जाना चाहिए।
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