गौ तस्करी का अड्डा बना अलवर, गोवंश से भरी गाड़ी का पीछा किया तो तस्करों ने पुलिस की गाड़ी पर बसराए पत्थर
अलवर। राजस्थान का अलवर जिला पूरी तरह गौ तस्करी का अड्डा बन गया है। जिले के मेवाती इलाकों में आए दिन गौ तस्करी के मामले सामने आ रहे है। गौ तस्करी रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस की विशेष चौकियां बनाई गई है। लेकिन, अब गौ तस्करों ने भी तस्करी के अलग-अलग तरीके ढूंढ लिए है। गो तस्कर अब गोरक्षकों और पुलिस ने निपटने के लिए हथियार के साथ-साथ पत्थरों का भी इस्तेमाल रहे है। ताजा मामला अलवर जिले के बानूसर में सामने आया है। जहां गौ तस्करों ने टाटा 407 गाड़ी में भारी मात्रा में पत्थर रखे थे। जब पुलिस ने पीछा किया तो आरोपियों को पत्थरों की बौछार कर दी।
दरअसल, हुआ यूं कि गोवंश से भरी टाटा 407 गाड़ी को तस्कर हरियाणा की तरफ लेकर जा रहे थे। सूचना मिलते ही बानसूर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन, पुलिस को देखते ही तस्करों ने टाटा 407 गाड़ी की स्पीड बढ़ा दी। जब पुलिस ने गोवंश से भरी गाड़ी का पीछा किया तो गौ तस्करों ने पुलिस की गाड़ी पर जमकर पत्थर बरसाए। हालांकि, गनीमत रही कि इस पत्थरबाजी में कोई पुलिसकर्मी जख्मी नही हुआ। पुलिस ने कई किलोमीटर दूर तक तस्करों का पीछा किया। गौ तस्कर कई गांवों में से निकलकर अलवर रोड होते हुए दांतली पाहाड़ी पहुंच गए। जहां हाजीपुर से आगे जाकर गौ तस्कर गाड़ी छोड़कर मौके से फरार हो गए।
गाड़ी में ठूंस-ठूंसकर भरी हुई थी गायें, दम घुटने से 2 की मौत
पुलिस ने हमीरपुर गांव में मंगलवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए गायों से भरी टाटा 407 गाड़ी को जब्त कर लिया। पुलिस ने देखा कि गाड़ी में गायों को बड़ी क्रूरता से भरा हुआ था। जिसके चलते 2 गायों के दम घुटने से मौत हो गई। गाड़ी में कुल 7 गोवंश भरे हुए थे। पुलिस ने पांचों गोवंश को बानसूर की श्री गिरधर गौशाला पहुंचाया। वहीं, मृत गायों का पशु चिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम कर दफना दिया। फिलहाल, पुलिस तस्करों की तलाश में जुटी हुई है।
गाड़ी में ईंट-पत्थर और नशे के इंजेक्शन मिले
बानसूर थाना प्रभारी हेमराज ने बताया पुलिस को सूचना मिली कि नारायणपुर की तरफ से एक टाटा 407 गाड़ी आ रही है, जिसमें गाय भरी हुई है। इसको लेकर पुलिस ने बानसूर में नाकेबंदी करवाई गई। लेकिन, तस्कर बानसूर से गाड़ी को लेकर फरार हो गए। पुलिस ने करीब 20 किमी तक तस्करों का पीछा किया। इस दौरान तस्करों ने पुलिस की गाड़ी पर जमकर पत्थरबाजी की। आखिरकार, पुलिस ने हमीरपुर में गाड़ी को पकड़ लिया। लेकिन, तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। तस्करों की गाड़ी में 7 गोवंश ठूस-ठूसकर भरे हुए थे। जिनमें से 2 गोवंश मृत मिले और बाकी पांच गोवंश को गौशाला में छोड़ा गया। गाड़ी के अंदर भारी मात्रा में ईंट- पत्थर और नशे के इंजेक्शन मिले थे।
पुलिस की सजगता से बची गोवंश की जान
गौरतलब है कि बानसूर के ग्रामीण क्षेत्रों से गौ तस्करी लगातार बढ़ती जा रही है। तस्कर मुख्य सड़क को छोड़कर गांवों के रास्ते से निकलते हैं। लेकिन, मंगलवार तड़के पुलिस की सजगता से गौ तस्कर अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए और पुलिस ने गोवंश को कत्लखाने जाने से बचा लिया।
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