गोगामेड़ी हत्याकांड में काम लिए प्रतिबंधित हथियार व कारतूस, अब पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
(ओम प्रकाश शर्मा) : जयपुर। राजस्थान में गैंगवार की घटनाएं बढ़ रही है। गैंगवार में अवैध हथियारों का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन पुलिस की ओर से हथियार तस्करी रोकथाम को लेकर चलाया जा रहे अभियान फुस्स होते दिख रहे हैं। प्रदेश में पिछले पांच साल में बदमाशों ने अवैध हथियारों से 252 लोगों की हत्या कर दी और 2118 हमले कर किए। इसके बाद भी पुलिस कार्रवाई व बदमाशों की धरपकड़ के नाम पर खानापूर्ति कर रही है।
पुलिस के आंकड़ों की माने ताे वर्ष 2021 में पुलिस ने 2200 अवैध पिस्टल, रिवाल्वर, देशी कट्टा, बंदूक व पोना बदमाशों से बरामद किए हैं। जबकि वर्ष 2022 में 2700 और वर्ष 2023 में अब तक करीब 3200 हथियार पुलिस बरामद कर चुकी है। वहीं तीन साल में 13 हजार से ज्यादा कारतूस बरामद किए हैं।
इनमें 9 एमएम के प्रतिबंधित कारतूस भी शामिल हैं। इन कारतूसों का उपयोग के वल सेना और पुलिस ही कर सकती है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर बदमाशों को 9 एमएम के कारतूस कौन उपलब्ध करा रहा है। पुलिस की कार्रवाई के बाद भी प्रदेश में हथियारों की तस्करी नहीं रुक रही है।
तीन राज्यों से प्रदेश में हथियार सप्लाई
प्रदेश में हरियाणा, मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश की गैंग पूर्वी राजस्थान के जिलों में सप्लाई करती है। यहां से फिर प्रदेश के सभी जिलों में बदमाशों के पास हथियारों की सप्लाई हो रही है। मध्यप्रदेश के धार, खरगोन, बुरहानुपुर, दमोह, बड़वानी व खंडवा की गैंग अवैध हथियार सप्लाई करती है। वहीं हरियाणा की नूह, मेवात, फिरोजपुर, झिरका की गैंग और उत्तरप्रदेश की मेरठ, सहारनपुर, आगरा, कानपूर, अलीगढ़ व मथुरा की गैंग पूर्वी राजस्थान के बदमाशों को हथियार सप्लाई करती है।
दो साल में हथियारों की बरामदगी
रेंज | हथियार | कारतूस |
अजमेर रेंज | 273 | 761 |
जयपुर कमिश्नरेट | 279 | 893 |
जयपुर रेंज | 872 | 1386 |
बीकानेर रेंज | 626 | 1433 |
भरतपुर रेंज | 1182 | 1860 |
जोधपुर कमिश्नरेट | 173 | 278 |
जोधपुर रेंज | 305 | 745 |
कोटा रेंज | 497 | 496 |
उदयपुर | 394 | 288 |
प्रदेश में मौत व हमलों की स्थिति
वर्ष | मौत | हमले |
2019 | 42 | 343 |
2020 | 49 | 389 |
2021 | 51 | 426 |
2022 | 57 | 467 |
2023 | 53 | 493 |
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