राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द करना भाजपा की साजिश, केंद्र पर CM अशोक गहलोत का निशाना
भरतपुर में संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने और 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने पर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने इसे केंद्र की साजिश करार दिया।
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने उनका घर छीनने की भाजपा ने रची साजिश
गहलोत ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ साजिश रची, क्योंकि देश के लोकतंत्र में विपक्ष एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भाजपा ने अगर एक महान परिवार के सदस्य का घर छीनने की कोशिश की है। केंद्र की एक बड़ी साजिश के तहत राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। एक लोकतंत्र में सत्ताधारी सरकार को पता होना चाहिए कि आलोचना का क्या जवाब देना है।उसे आलोचना से निपटने में सक्षम होना चाहिए लेकिन जो भाजपा ने किया है वह एक साजिश है।
पहला प्रधानंमत्री जो एक शब्द नहीं बोला
सीएम ने कहा कि सूरत की अदालत ने 23 मार्च को राहुल गांधी को मोदीसरनेम मामले में मानहानि का दोषी ठहराया और उन्हें दो साल कैद की सजा सुनाई, अब वे हाईकोर्ट में इसे चुनौती देंगे। गहलोत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सदन में बोलने की अनुमति नहीं दी गई और अडाणी के मुद्दे पर सवाल उठाने के बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। यह पहला प्रधानमंत्री है जो इस मुद्दे पर एक शब्द नहीं बोला है। अडाणी मामले में एक शब्द भी उन्होंने नहीं बोला।
राहुल ने कौन से सवाल गलत उठाए
गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा उठाया, जिसमें काफी संख्या में लोगों ने भाग लिया प्रेम और सद्भाव के साथ जीने का संदेश दिया। देश में हिंसा नहीं होनी चाहिए, इसमें क्या गलत है, उन्होंने कहा कि अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई को कम किया जाना चाहिए।
हर पार्टी में छोटी-मोटी शिकायतें
कांग्रेस पार्टी और नेताओं के बीच शिकायतों को लेकर उन्होंने कहा कि हर पार्टी में छोटॉी-मोटी बातें होती रहती हैं। हर पार्टी में कुछ न कुछ शिकायत होती है लेकिन हम संगठन में रहे हैं जो हमसे बेहतर समझ सकते हैं कि कार्यकर्ता की भावना क्या है। मैं NSUI में रहा और जीवन भर कांग्रेस संगठन में रहा हूं, कांग्रेस संगठन के मंत्र को मुझसे बेहतर कोई नहीं समझ सकता। बता दें कि इस संभाग स्तरीय कार्यक्रम में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी मौजूद थे।