कांग्रेस पर्यवेक्षक ने पूछा-क्या गुनाह है नेता का बेटा होना? मिशन रिपीट को लेकर टटोली दावेदारों की नब्ज
Rajasthan Election 2023 : जयपुर। राजस्थान के रण में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने टिकट वितरण की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मिशन रिपीट अभियान को लेकर 25 पर्यवेक्षकों ने गुरुवार को सभी संसदीय क्षेत्रों का दौरा किया और विधानसभा चुनावों की रणनीति में बनाने के लिए एक के बाद एक बैठक की। जयपुर लोकसभा की ऑब्जर्वर और यूपी कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने पीसीसी में बैठक कर फील्ड में चुनावी तैयारी की रणनीति पर मंथन किया। वहीं जयपुर ग्रामीण लोकसभा के ऑब्जर्वर राव दानसिंह जय क्लब पहुंचे और टिकिट के दोवेदारों से रायशुमारी की। दोनों ने ही दावा किया कि पार्टी इस बार जयपुर जिले की सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव जीतेगी।
बैठक के बाद अराधना मिश्रा ने कहा कि जयपुर की आठों सीटों पर जीतेंगे और इसके लिए हमने नेताओं को टारगेट दिए हैं। नेताओं के बेटों को टिकट काटने के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि नेता का बेटा होना गुनाह है क्या? नेता का बेटा- बेटी अगर जिताऊ है तो टिकट देने में क्या दिक्कत है? उसे टिकट क्यों नहीं मिलना चाहिए? टिकट वितरण में पार्टी का सिस्टम बना हुआ है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में जो पैनल बनेगा उसके आधार पर टिकट देंगे। जिताऊ, योग्य और विश्वसनीय उम्मीदवार को टिकट देंगे।
सफल रही राहुल की यात्रा, हमारे सामने नहीं टिकेगी बीजेपी
वहीं जयपुर ग्रामीण लोकसभा के राव दानसिंह ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सफल यात्रा रही। इसलिए भाजपा हमारे सामने खड़ी भी नही हो सकती। सीएम गहलोत की योजनाओं का लाभ जनता तक सीधे पहुंच रहा हैं। जैसी योजना कांग्रेस ने सोची वह तो भाजपा सोच भी नहीं सकती। हमारे बीच में नाराजगी हो सकती है, लेकिन जनता के बीच कांगेस को लेकर ऐसी कोई बात नहीं हैं।
एक दूसरे की टांग नहीं खींचने की सलाह
बैठक में सभी से बातचीत के बाद संदेश दिया है कि ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ताओं को मजबूत होने की जरूरत हैं। हमें एक दूसरे की टांग खींचने की जरूरत नहीं और चुनाव जीतने के लिए सभी को साथ मिलकर काम करने की जरूरत हैं। मुझे पूरा विश्वास है इससे आम जनता तक पार्टी की बात पहुंचेगी।
जीत पर फोेकस को लेकर किया मंथन
विधानसभा चुनावों में टिकट वितरण में जिताऊ उम्मीदवार के पैनल को लेकर सभी ऑब्जवर्स ने सभी नेताओं और दावेदारों के साथ बैठक की और वन-टू-वन मुलाकात की। इस दौरान फील्ड में चुनावी तैयारी की कमियों और मजबूती को लेकर सवाल पूछा। साथ ही यह भी टिकिट के दावेदारों से यह भी पूछा कि पार्टी उन्हें टिकिट क्यों दे। उनके पास जनता के लिए क्या प्लान है और उन्होंने अब तक जनता के लिए क्या किया है जिससे की वह टिकिट के दावेदार बन सकें।
संभावित दावेदारों को लेकर लिया फीडबैक
बागी होने वाले संभावित दावेदारों और अगर पार्टी उनकी टिकिट काटे तो उनकी क्या भूमिका रहेगी जैसे सवाल ऑब्जर्वर ने पूछे। साथ ही कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को सभी संभावित दावेदारों को लेकर फीडबैक लिया। अब ऑब्जर्वर की रिपोर्ट पर टिकटों को लेकर 19 अगस्त को प्रदेश चुनाव समिति की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविदं सिहं डोटासरा की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में टिकट के मापदंडों और अब तक के दावेदारों पर चर्चा होगी।
लाल डायरी का मुद्दा भी छाया
सीकर कांग्रेस लोकसभा चुनाव प्रभारी अमित मलिक ने कहा कि लाल डायरी के अंदर कुछ नहीं है। लाल डायरी के अंदर सरकार की योजनाएं हैं। अमित मलिक ने कहा कि अभी सीकर लोकसभा में हमारे पास आठ विधानसभा की सीट हैं जिन पर कांग्रेस विधायक है। हमारे पास अभी चौमूं विधानसभा की सीट नहीं है हम प्रयास कर रहे हैं कि इस बार हम चौमूं जीत लेंगे। टिकट वितरण को लेकर मलिक ने कहा कि पार्टी पर्यवेक्षकों से ग्राउंड पर सर्वे कराएगी जिसके बाद मजबूत दावेदार को टिकट मिलेगी। वहीं अजमेर लोकसभा क्षेत्र के ऑब्जर्वर राजेंद्र सिहं परमार ने सर्किट हाउस में वन-टू-वन नेताओं ने फीडबैक लिया।