आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जोधपुर से जयपुर किया पैदल मार्च, मांगों को लेकर शहीद स्मारक पर दिया धरना
(श्रवण भाटी) : जयपुर। राजधानी जयपुर में शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जोधपुर से पैदल चलकर शहीद स्मारक पहुंची। महिला और बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता, सहायिका, ग्राम साथिन और आशा सहयोगिनियों ने अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ के बैनर तले आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
अखिल राजस्थान महिला एवं बाल विकास संयुक्त कर्मचारी संघ की प्रदेशाध्यक्ष मधुबाला शर्मा ने बताया कि महिला और बाल विकास विभाग में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के प्रतिनिधि मंडल ने संयुक्त सचिव ललित कुमार से मुलाकात कर मांगों के बारे में अवगत करवाया। शासन सचिव ने आगामी बजट में सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। सरकार से वार्ता के बाद आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने धरना स्थगित कर दिया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम साथिन और आशा आशा सहयोगिनी कर्मियों को नियमित किया जाए।
आंगनबाडी मानदेय कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम साथिन और आशा सहयोगिनियों की सेवानिवृत्ति आयु बिना किसी विभागीय कमेटी के 62 वर्ष से 65 वर्ष की जाए।
महिला पर्यवेक्षक आंगनबाड़ी कोटा में पदोन्नति अनुभव व वरियता के आधार पर किया जाए।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत आंगनबाड़ी कर्मियों को योग्यता एवं अनुभव के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रशिक्षण/ब्रिज कोर्स विभागीय स्तर पर करवाकर पूर्व प्राथमिक शिक्षक (आंगनबाड़ी शिक्षिका) बनाया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, ग्राम साथिन और आशा सहयोगिनी कर्मियों के सेवा नियम बनाए जाए एवं माननीय कर्मियों को सीपीएफ एवं पीएफ योजना से जोड़ा जाए।
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के अनुरूप अकुशल, अर्द्धकुशल एवं कुशल कर्मचारियों को देय मानदेय 16 हजार, 18 हजार और 19,900 रुपये की नीति अनुसार राज्य में भी आंगनबाड़ी कर्मियों को मानदेय दिया जाए।
केंद्र सरकार व हरियाणा सरकार की तर्ज पर मानदेय के अनुरूप मानदेय कर्मियों को राजस्थान में लाभ दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी केंद्र को जनसंख्या के आधार पर मुख्य आंगनबाड़ी केंद्र से जोड़ा जाए।