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अंतरिक्ष में दिखेगा अद्भुत नजारा, छठा ग्रह यूरेनस दिखाई देगा इस हफ्ते

हो सकता है आपने आसमान में पांच ग्रहों की टिमटिमाती रोशनी देखी हो, लेकिन एक छठा ग्रह भी है, जिसे बिना टेलिस्कोप के देखा जा सकता है। इस ग्रह का नाम यूरेनस है। इस हफ्ते यह एक ऐसी स्थिति में है, जिसके कारण यह हमारे आकाश में अच्छी तरह दिखाई दे सकता है, क्योंकि आसमान में चांद नहीं है, इसलिए इसे देख पाना और भी आसान होगा।
09:17 AM Sep 17, 2023 IST | BHUP SINGH

वॉशिंगटन। हो सकता है आपने आसमान में पांच ग्रहों की टिमटिमाती रोशनी देखी हो, लेकिन एक छठा ग्रह भी है, जिसे बिना टेलिस्कोप के देखा जा सकता है। इस ग्रह का नाम यूरेनस है। इस हफ्ते यह एक ऐसी स्थिति में है, जिसके कारण यह हमारे आकाश में अच्छी तरह दिखाई दे सकता है, क्योंकि आसमान में चांद नहीं है, इसलिए इसे देख पाना और भी आसान होगा। इस समय यह 5.7 की तीव्रता पर चमक रहा है यानी यह अभी नग्न आंखों से दिखाई देने वाली सीमा के करीब है। यह एरीस तारामंडल में देर शाम के समय दिखाई देता है।

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सूर्य से 3.2 अरब किमी दूर

आधी रात तक यह पूर्वी क्षितिज से सीधे ऊपर बिंदू तक लगभग एक तिहाई रास्ते पर स्थित होगा। इस दौरान यह दो प्रमुख तारों के बीच में होगा। इसके पश्चिम में बृहस्पति ग्रह होगा। वहीं, पूर्व में प्लीएड् स तारा समूह होगा। अग टेलिस्कोप हो तो और भी साफ दिखाई देगा। यूरेनस सूर्य से 3.2 अरब किमी दर है। इसका वातावरण हाइड् ू रोजन, हीलियम, मीथेन और थोड़ी मात्रा में एसिटिलीन और हाइड्रोकार्बन से बना है। यह ग्रह 98 डिग्री पर झुका है, जिसके कारण यहां ऋतुएं बेहद सख्त होती हैं।

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इसके हैं 27 ज्ञात चंद्रमा

इसका व्यास 51,200 किमी है। नासा के वॉयजर-2 ने फ्लाईबाई के दौरान चुंबकीय डेटा का अध्ययन किया, जिससे पता चला कि यह अपनी धुरी पर 17.4 घंटे में घूमता है। अभी तक यूरेनस के 27 ज्ञात चंद्रमा हैं। यह सभी ग्रह की भू-मध्य रेखा की कक्षा में हैं। इसके छल्ले भी हैं, जो लगभग अपारदर्शी हैं। इन छल्लों को 1978 में खोजा गया था। इसका कोर चट्टानी है, जो पानी, मीथेन और अमोनिया के तरल आवरण से घिरा है। इसे सूर्य का एक चक्कर लगाने में 84 साल लगते हैं।

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