अलवर महिला हत्याकांड मामला, एक साल बाद भी नहीं हुआ हत्या का खुलासा
अलवर। जिले के सरिस्का के जंगलों में एक साल पहले महिला का शव मिलने की खबर सामने आयी थी। बानसूर के भूपसेड़ा गांव की रहने वाली 28 साल की महिला सुनीता देवी के शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। महिला का गला, एक हाथ और पांव कटा शव सरिस्का के जंगलों में मिला था। लेकिन इस मामले को लेकर पुलिस के हाथ अब भी खाली है। एक साल बाद भी हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका है।
जबकि पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम, अलवर सांसद महंत बालक नाथ और जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भूपसेड़ा गांव में ग्रामीणों की पंचायत बुलवाई थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि 45 दिन में इस मामले का खुलासा कर देंगे। वरना पीड़ित परिवार से माफी मागेंगे। यह मामला सांसद बालकनाथ ने लोकसभा में भी उठाया था। लेकिन अभी तक इस मामले का खुलासा नहीं हो सका है।
यह घटना 17 जनवरी 2022 की है, जब सुबह के समय महिला घर के बाहर घूमते हुए अचानक गायब हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। महिला के लापता होने के करीब 23 दिन बाद 8 फरवरी को महिला का शव भूपसेड़ा गांव से करीब 80 किलोमीटर दूर सरिस्का के जंगलों में मिला। महिला का एक हाथ, एक पांव भी कटा व जला मिला। वहीं घटना के एक साल बीत जाने पर पीड़ित परिवार की मांग है कि मामले की जांच CBI या SOG से करवाई जाए।
मामले को लेकर बोली पुलिस अधीक्षक
इस मामले को लेकर अलवर जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वी गौतम ने बताया कि मैनपुर के मामले की जांच एसओजी द्वारा की गई थी। जांच के बाद जो रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को पेश की गई उसके आधार पर उसका निस्तारण कर दिया गया है। इसके अलावा भूपसेडा और हरसोरा वाले मामले के लिए स्पेशल टीम गठित की गई थी, उस जांच को देखा गया है। मीडिया के सवालों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले की मॉनिटरिंग स्वयं कर रही हूं और टीम गठित कर दी गई है। साथ ही यह भी कहा कि बहुत जल्दी इस मामले का खुलासा किया जाएगा।