बहरोड़ पुलिस थाने पर जमकर हुआ हंगामा, डीएसपी और सांसद के बीच हुई तनातनी, जानिए क्या है मामला
अलवर। जिले के बहरोड़ पुलिस थाने पर रविवार सुबह से जमकर हंगामा चलता रहा। बहरोड़ पुलिस द्वारा राजनीतिक पार्टियों के 3 समर्थकों को पूछताछ के लिए बुलाने पर यह हंगामा हुआ। मौके पर पहुंचे अलवर सांसद महंत बालकनाथ और डीएसपी आनंद राव के बीच काफी कहासुनी हो गई। हालात यह हो गए कि मौके पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके बाद महंत बालक नाथ डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर डीएसपी कार्यालय के सामने अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। वहीं सूचना के बाद मौके पर पहुंचे भिवाड़ी एसपी शांतनु कुमार सिंह ने उन्हें समझाइश करने की कोशिश की, लेकिन देर शाम तक कोई नतीजा नहीं निकला।
तनावपूर्ण स्थिति के बीच अलवर सांसद ने बहरोड़ के डीएसपी आनंद राव को पुलिस की वर्दी में गुंडा तक कह दिया। सांसद ने डीएसपी को कहा, तुम सबसे बड़े गुंडे हो, जो एक विधायक के कहने पर काम करते हो और निर्दोष लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हो। बता दें कि बहरोड़ से बलजीत यादव विधायक हैं। जो हमेशा ही विवादों में रहे हैं। शुरू में हुए निर्दलीय विधायक चुने गए थे। बाद में कांग्रेस सरकार को समर्थन दिया।
पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया, वो राजनीतिक पार्टियों के समर्थक
अलवर जिले की बहरोड़ विधानसभा में राजनीतिक द्वेषता चलती आ रही है। बहरोड़ पुलिस ने तीन प्रतिष्टित लोगों को हिरासत में लिया है। जो राजनीतिक पार्टियों के समर्थक है। हिरासत में लिए लोगों से बहरोड़ पुलिस पूछताछ कर रही है। हिरासत में लेने के बाद समर्थकों की पुलिस थाने में भीड़ जमा है और बहरोड़ पुलिस थाने के सामने धरना भी दिया जा रहा है।
चार दिन पहले शुरू हुआ विवाद…
इस कहानी की शुरुआत चार दिन पहले चार जनवरी 2023 को बहरोड़ की सरकारी कॉलेज में आयोजित छात्र संघ अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह से शुरू हुई थी। इस कार्यक्रम में राजस्थान के बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया व अलवर सांसद बालक नाथ ने अतिथियों के रूप में शिरकत की थी। इस कॉलेज के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहले भी अतिथियों को बुलाने को लेकर विवाद हुआ था। उस दौरान कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष अपने समर्थकों के साथ कुछ दिन अनशन पर बैठकर धरना दिया था। उसके बाद समझाइश के बाद बीजेपी नेताओं के मुख्य आतिथ्य में कार्यक्रम करवाया था। उस कार्यक्रम में जैनपुरवास गांव से काफिले के साथ आपराधिक प्रवृति के युवक शामिल हुए बताए। कॉलेज के कार्य समापन के एक-दो दिन बाद ही जैनपुरवास गांव की जसराम गैंग ने पुलिस कस्टेडी में सरकारी अस्पताल में मैडिकल पर लाए गए बदमाश विक्रम उर्फ लादेन पर गोलियां बरसाकर मारने का प्रयास किया गया था। जिसमें लादेन तो बच गया था, लेकिन अस्पताल में इलाज के आई दो महिला गोलियों की चपेट में आ गई थी। उनके पैरों में गोली लगी थी। इसके बाद गोलीकांड में रविवार को बहरोड़ पुलिस ने जिन तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उनमें से दो लोग कांग्रेस नेता बस्तीराम यादव के समर्थक है व एक युवक सांसद बालकनाथ योगी का समर्थक है। पुलिस ने एडवोकेट राजाराम यादव व हितेंद्र यादव तथा बीजेपी समर्थक निशांत यादव उर्फ सोनू को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी।
सांसद के समर्थकों ने पुलिस पर लगाया ये आरोप
इसके बाद बहरोड़ पुलिस थाने के बाहर रविवार सुबह काफी संख्या में राजनीतिक लोग और प्रबुद्धजन एकत्रित हो गए। बताया जा रहा है कि पुलिस ने एडवोकेट राजाराम यादव, हितेंद्र यादव और निशांत यादव को गत दिनों बहरोड़ महाविद्वालय में आयोजित छात्र संघ शपथ ग्रहण समारोह का आयोजक बताते हुए थाने में बुला लिया और वहीं बैठा लिया। उसी समारोह में हिस्ट्रीशीटर जसराम गुर्जर का भाई रामफल गुर्जर भी मौजूद था। जिसे अस्पताल में हुई फायरिंग की घटना में शामिल बताया जा रहा है। पुलिस का मानना है कि रामफल गुर्जर ने अपने आदमी भेजे थे। इसी घटना को जोड़कर पुलिस उन सभी को थाने लेकर आई है। सूचना के काफी संख्या में पहुंचे राजनीतिक लोग और प्रबुद्धजनों ने एकत्रित होकर उनको छोड़ने की मांग की। एडवोकेट बस्तीराम यादव ने बताया कि पुलिस ने क्षेत्र के भामाशाह राजाराम एडवोकेट और हितेन्द्र एडवोकेट को सुबह जल्दी थाने में लाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने ये मानकर दोनों को बहरोड़ कॉलेज में आयोजित छात्र संघ समारोह के आयोजक थे और अस्पताल में हुए गोलीकांड के आरोपियों को उसमें बुलाया गया था।
अलवर सांसद ने डीएसपी को कहा गुंडा…
इसके बाद अलवर सांसद महंत बालक नाथ बहरोड थाने में पहुंचे और उनको हिरासत में लिए जाने का कारण पूछा पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद सांसद आक्रोशित हो गए और सीधा डीएसपी आनंद राव पर हमला बोलते हुए कहा कि इस पुलिस की वर्दी में तुम सबसे बड़े गुंडे हो। इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और वहां माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया की अन्य थानों की पुलिस को भी बुलाना पड़ा। यह तनावपूर्ण स्थिति करीब 1 घंटे तक चलती रही। पुलिस उपाधीक्षक और सांसद में काफी नोकझोंक हुई दोनों ओर से खुलेआम जब धमकी दी गई।
सांसद ने डीएसपी को दी धमकी, कहा-मुझे जिदंगी भर नहीं भूलोगे
अलवर सांसद बालक नाथ ने डीएसपी को कहा कि मैं आपको यहां कहने आया हूं कि तुमने निर्दोष कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया है। उन्हें अपमान करने का काम किया है। आप भी मुझे नहीं भूलोगे और मैं भी आपको नहीं भूलूंगा और मेरा नाम जिंदगी भर याद रखना। मैं 3 लोगों को कभी नहीं भूलूंगा। एक यहां के विधायक, तत्कालीन थानेदार और अब मेरी लिस्ट में आप जुड़ गए हो। उन्होंने सीधा डीएसपी पर आरोप लगाया कि पुलिस की वर्दी में सबसे बड़े गुंडे आप हो और आपके बच्चे भी तरसेंगे और आपसे कहेंगे कि क्या तुम मेरे बाप हो। सांसद बालक नाथ ने कहा कि क्या आपने झूठ मुठ में कार्यकर्ताओं राजाराम निशांत सहित तीन जनों को बैठाया है। जब डीएसपी ने कहा कि आपको गलतफहमी है, तो उन्होंने कहा कि मुझे सब पता है। इसके बाद डीएसपी भी आवेश में आ गए और कहने लगे कि ज्यादा बोलने की जरूरत नहीं है।
बहरोड विधायक पर लगाया ये आरोप…
अलवर सांसद महंत बालक नाथ ने बताया कि बहरोड के विधायक बलजीत यादव ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। क्योंकि, उन्होंने हरियाणा में बहरोड के विधायक बलजीत यादव के खिलाफ मानहानि का केस किया हुआ है। जिसमें गैर जमानती वारंट निकले हुए हैं और 24 जनवरी को उसकी पेशी है। गैर जमानती वारंट निकलने के बाद विधायक बिल्कुल तरह बौखला गए हैं और वह पुलिस को अपना हथियार बनाकर भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाकर उनको हरेसमेंट कर रहे हैं।