Rajasthan Assembly Result : बाबा बालकनाथ ने तिजारा में फहराया भगवा, तेज हुई मुख्यमंत्री बनने की चर्चा…क्या राजस्थान के योगी बनेंगे सूबे के मुखिया?
जयपुर। राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी बहुमत के साथ सरकार बनाती नजर आ रही है। अलवर की 11 विधानसभा सीटों में तिजारा विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार बाबा बालकनाथ ने 13721 वोटों से जीत दर्ज की हैं। बीजेपी ने तिजारा सीट पर बाबा बालकनाथ को चुनाव मैदान में उतारा। बाबा बालकनाथ को कुल 85991 मत मिले। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी इमरान खान को 72270 वोट मिले।
राजस्थान में कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर अब बीजेपी सत्ता की कमान अपने हाथ में लेने में कामयाब हो गई है। इस बीच सभी की निगाहें प्रदेश में पार्टी के सीएम फेस पर हैं। बता दें कि बीजेपी ने राजस्थान चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा किसी को घोषित नहीं किया था। ऐसे में अब राजस्थान में बीजेपी के बाबा बालक नाथ सीएम पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। यूपी की तर्ज पर बीजेपी राजस्थान में भी भगवा वस्त्र धारण करने वाले बाबा बालकनाथ को प्रदेश की कमान सौंप सकती है।
राजस्थान में सीएम पद के लिए लोगों की पहली पसंद महंत बालकनाथ योगी हैं। बालकनाथ योगी को लोग राजस्थान में सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। बता दें कि महंत बालकनाथ योगी अलवर से सांसद हैं। बीजेपी ने उन्हें तिजारा विधानसभा से चुनाव मैदान में उतारा है। बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में शामिल बाबा बालकनाथ का पहनावा योगी आदित्यनाथ की तरह रहता है। इसलिए उन्हें लोग राजस्थान का योगी भी कहते हैं।
हिंदुत्ववादी एजेंडे पर फिट बैठते हैं बाबा बालकनाथ…
बाबा बालकनाथ की अलवर और उसके आसपास के इलाकों में मजबूत पकड़ मानी जाती है। यही वजह है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में भी उनपर भरोसा जताया है। वे बीजेपी के हिंदुत्ववादी एजेंडे पर फिट बैठते हैं। यही वजह है कि चुनाव से पहले जब राजस्थान में बीजेपी ने अपनी इकाई का ऐलान किया था, तब उन्हें उपाध्यक्ष बनाया गया।
किसान परिवार में हुआ जन्म…
महंत बालकनाथ योगी का जन्म 16 अप्रैल 1984 को राजस्थान के अलवर जिले के कोहराना गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम सुभाष यादव और मां का नाम उर्मिला देवी है। माता पिता की इकलौती संतान हैं और उनके परिवार में उनके दादा फूलचंद यादव और दादी मां संतरो देवी है। उनका परिवार बहुत लंबे समय से जनकल्याण और साधु संतों की सेवा करता रहा है।
6 साल की उम्र में छोड़ा घर…
उनके परिवार ने उन्हें मात्र 6 वर्ष की उम्र में अध्यात्म का अध्ययन करने के लिए महंत खेतानाथ के पास भेज दिया था। महंत खेतानाथ ने ही उन्हें बचपन में गुरुमख नाम दिया था। महंत खेतानाथ से अपनी शिक्षा दीक्षा को लेने के बाद वो महंत चांद नाथ के पास आ गए। महंत चांद नाथ ने उनकी बालक के समान प्रवृत्तियों को देखकर उन्हें बालकनाथ कहना शुरू किया था। महंत चांद नाथ ने उन्हें 29 जुलाई 2016 को अपना उत्तराधिकारी चुना था। महंत बालक नाथ योगी हिंदू धर्म के नाथ संप्रदाय के आठवें संत है। बालक नाथ योगी बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के चांसलर भी है।
यूपी सीएम के हैं करीबी…
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह भगवा कपड़ों में दिखने वाले बाबा बालकनाथ अकसर अपने आक्रामक तेवरों की वजह से चर्चा में बने रहते हैं। बाबा बालक नाथ ने 2019 में पहला लोकसभा चुनाव जीता। उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से मात दी थी।
बाबा बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के महंत हैं, जिससे योगी आदित्यनाथ जुड़े हैं। बालकनाथ रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत हैं। नाथ संप्रदाय की परंपरा के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, तो रोहतक की गद्दी को उपाध्यक्ष की पदवी हासिल है। ऐसे में वे सीएम योगी के भी करीबी माने जाते हैं।
बाबा बालकनाथ ओबीसी कैटेगरी से आते हैं। बालकनाथ ने चुनाव आयोग में अपना नामांकन दाखिल किया। इसके मुताबिक, उनकी उम्र 39 साल है। उनके पास नकदी 45 हजार रुपए है। एसबीआई शाखा पार्लियामेंट हाउस संसद भवन नई दिल्ली में 13,29558 रुपए जमा है। इसके अलावा एसबीआई तिजारा शाखा में एक अन्य बैंक खाते में 5 हजार की राशि जमा है। इस हिसाब से बैंक में कुल जमा राशि 13, 79,558 की राशि जमा है। उन्होंने 12वी तक पढ़ाई कर रखी है।