'UCC के नाम पर हिंदू सिविल कोड लाना चाहते हैं पीएम मोदी' ओवैसी का केंद्र पर बड़ा हमला
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं जहां रविवार को AIMIM पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने जयपुर में एक सम्मेलन के जरिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर जमकर हमला बोला. ओवैसी रविवार रात को राजधानी के रामलीला मैदान में एक प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे जहां उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे पीएम बहुत पढ़े-लिखे हैं और उन्हें जो लिखकर दिया जाता है वह उसे पढ़ देते हैं.
वहीं यूसीसी का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री देश में समानता की बात करते हैं लेकिन हकीकत ऐसी नहीं है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश को 2 मिनट के न्यूडल्स की तरह चलाना चाहते हैं लेकिन ऐसे कभी भी देश नहीं चल सकता है.
वहीं जिन्ना वाली तुलना पर ओवैसी ने फिर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी नेताओं को मुसलमान दिखाई देते ही वह जिन्ना का जिक्र कर देते हैं लेकिन जैसे देश के पीएम हिंदू और भारतीय है वैसे ही मैं भी इस देश का मुसलमान और भारत का एक नागरिक हूं. वहीं राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि राजस्थान में मुसलमानों के बुरे हाल है और कांग्रेस के यहां 9 विधायक होने के बाद भी सभी ने मुंह पर ताला और हाथ बांध रखे हैं.
UCC पर जमकर बरसे ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि इस देश में हर कोई अपने मजहब को मानता है और देश से प्रेम करता है फिर मुसलमानों के देश प्रेम पर हमेशा ही शक किया जाता है ऐसा क्यों है? उन्होंने कहा कि ये भारत एक है और हमेशा ही एक रहेगा. ओवैसी ने आरोप लगाया कि यूसीसी के नाम पर पीएम मोदी देश में हिंदू सिविल कोड लाना चाहते हैं जिसका हम विरोध करते हैं.
वहीं महाराष्ट्र में हाल में हुए राजनीतिक घटनाक्रम पर ओवैसी ने कहा कि विपक्ष में एकता होनी चाहिए और पटना में विपक्षी दलों की बैठक में शरद पवार जिन प्रफुल्ल पटेल को साथ लेकर आए थे वह आज बीजेपी में चले गए हैं.
गहलोत सरकार को भी घेरा
ओवैसी ने आगे कहा कि कांग्रेस से मुसलमानों को केवल आज तक धोखा मिला है और धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कौम को ठगा गया है. उन्होंने कहा कि मुसलमानों के हकों की बात ना तो पीएम मोदी करते हैं और ना ही राहुल और ना ही अशोक गहलोत करते हैं.
ओवैसी ने एक बार फिर नासिर-जुनैद के हत्याकांड का मामला उठाते हुए कहा कि कन्हैयालाल की मौत पर उसके परिवार को 50 लाख का मुआवजा दिया जाता है लेकिन भरतपुर के जुनैद की मौत पर सरकार सिर्फ 5 लाख ही क्यों देती है? गौरतलब है कि ओवैसी इस बार चुनावों में 40 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रहे हैं जहां मुस्लिम मतदाता बाहुल्य में है.