RPSC मेंबर कटारा की गिरफ्तारी के बाद बोले CM गहलोत-युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वालों को मिलेगी सख्त सजा
Paper Leak Case : जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2022 में पेपर लीक मामले में एसओजी ने बडी कार्रवाई करते हुए आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा सहित तीन को गिरफ्तार किया है। एसओजी ने कटारा और उनके ड्राईवर को अजमेर से दबोचा है तो कटारा के भांजे विजय कटारा को डूंगरपुर जिले के बगदारी रामपुर से गिरफ्तार किया है। कटारा की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वालों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी।
सीएम गहलोत ने ट्वीट किया कि सेकंड ग्रेड टीचर पेपर लीक के मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्य बाबूलाल कटारा एवं अन्य 2 आरोपियों को SOG ने हिरासत में लिया है। युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाला किसी भी स्तर का व्यक्ति हो, सरकार उसे सख्त से सख्त सजा दिलवाना सुनिश्चित करेगी।
शेरसिंह से पूछताछ के बाद कटारा अरेस्ट
इधर, एसओजी एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि आरपीएससी की सेकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले में आरोपी शेर सिंह मीणा की गिरफ्तारी के बाद उससे पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई। आरोपी शेर सिंह से हुई पूछताछ के आधार पर आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा, उसके ड्राईवर गोपाल सिंह को अजमेर से आईजी सत्येन्द्र सिंह, एसपी विकास सांगवान, एएसपी लाखन सिंह मीणा व उनकी टीम ने गिरफ्तार कर लिया और जयपुर के लिए रवाना हो गए। वहीं उदयपुर एटीएस एएसपी अनंत कुमार ने बाबूलाल कटारा के भांजे विजय कटारा को डूंगरपुर के बगदादी रामपुर से गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल, तीनों को मुख्यालय लाकर पूछताछ की जाएगी।
शेरसिंह और कटारा को आमने-सामने बिठाकर होगी पूछताछ
एसओजी के सूत्रों ने बताया कि सदस्य बाबूलाल कटारा द्वारा ही पेपर लीक करवाने की जानकारी अब तक मिली है। आरोपी शेर सिंह व आज गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को आमने सामने करवाया जाएगा। इसेक बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। गौरतलब है कि बाबूलाल कटारा की 15 अक्टूबर 2020 को ही नियुक्ति की गई थी। कटारा इससे पहले आदिवासी शोध संस्था में उपनिदेशक के पद पर कार्यरत थे।