होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

इसरो की एक और कामयाबी, सूर्य के बारे में राज खोलने लगा आदित्य एल1

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे गए आदित्य एल1 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इसरो का कहना है कि पृथ्वी की कक्षा में रहते हुए ही आदित्य एल-1 ने आंकड़े इकट्ठे करने शुरू कर दिए है।
09:53 AM Sep 19, 2023 IST | BHUP SINGH

नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे गए आदित्य एल1 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है। इसरो का कहना है कि पृथ्वी की कक्षा में रहते हुए ही आदित्य एल-1 ने आंकड़े इकट्ठे करने शुरू कर दिए है। पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर की दूरी पर सुपर थर्म आयनों और ऊर्जावान कणों, इलेक्ट्रॉनों को नापने का काम आदित्य एल-1 में लगा पेलोड (STEP) शुरू कर चुका है।

यह खबर भी पढ़ें:-मिग विमानों की जगह लेंगे स्वदेशी फाइटर जेट, तेजस बढ़ाएंगे IAF का तेज, 100 LCA मार्क 1A जेट होंगे शामिल

इसका पूरा नाम सुप्रा थर्मल एंड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर है। इस उपकरण के सेंसर ने काम करना शुरू कर दिया है। बता दें कि सुपर थर्मल से मतलब उस प्रक्रिया से है जब खास कणों का तापमान अपने आस पास के कणों से ज्यादा होता है।

STEPS में 6 सेंसर लगे हुए हैं जो कि हर दिशा से नजररख रहे हैं और सुप्रा थर्मल और एनर्जेटिक आयन्स की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। पृथ्वी की कक्षा में रहकर मिलने वाले ये आंकड़े वैज्ञानिकों को पृथ्वी के पास के पार्टिकल्स के व्यवहार के बारे में पता लगाने में सहयोग करेंगे। खासकर यह पता लगाया जाएगा कि पृथ्वी की चुंबकीय क्षेत्र में ये पार्टिकल कैसा व्यवहार करते हैं।

यह खबर भी पढ़ें:-आफत की बारिश…कहीं रेल-सड़क मार्ग बाधित तो कहीं फसलें चौपट, 25 राज्यों में 2 दिन तक रेड-येलो अलर्ट

इसरो ने बताया कि स्टेप्स को 10 सितंबर को ऐक्टिव कर दिया गया था। खुशखबरी यह भी है कि पृथ्वी से 50 हजार किलोमीटर की दूरी पर भी स्टेप्स ठीक से काम कर रहा है। बता दें कि आदित्य एल1 मिशन को दो सितंबर को लॉन्च किया गया था।

Next Article