योजना भवन में 2 करोड़ 31 लाख रुपए मिलने का मामला : आज कोर्ट में पेश कर वेदप्रकाश को रिमांड पर लेगी ACB
Ved Prakash Yadav : जयपुर। अलमारी में मिले सरकारी खजाने के वारिस पर एसीबी ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने डीओआईटी में संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव को शनिवार दोपहर हिरासत में ले लिया था। इसके बाद मामला करप्शन का होने के चलते एसीबी को सौंप दिया गया। साथ ही पुलिस ने आरोपी यादव को एसीबी के सुपुर्द कर दिया। अब एसीबी की टीम पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। सूत्रों की मानें तो ईडी भी इस प्रकरण में जल्द ही एंट्री कर सकती है। एसीबी की तरह ईडी भी समानांतर अनुसंधान कर सकती है।
एसीबी आज दोपहर आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। एसीबी एएसपी ललित शर्मा मामले की जांच में जुटे हुए है और एडीजी हेमंत प्रियदर्शी पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है। जानकारी के मुताबिक अनुसंधान अधिकारी एएसपी ललित शर्मा के नेतृत्व में एसीबी की टीम दोपहर में आरेापी वेद प्रकाश यादव को कोर्ट में पेश करेगी। पेशी के दौरान एसीबी आरोपी को रिमांड पर लेगी। ताकी इस मामले की सच्चाई सामने आ सके।
वेद प्रकाश से ये सवाल पूछेगी एसीबी
कोर्ट से रिमांड मिलने पर एसीबी की टीम आरोपी वेदप्रकाश से ये सवाल पूछेंगी कि टेंडर किस कंपनी का था और कौन-कौन लोग जुड़े है ? टेंडर के समय किस अधिकारी की शह पर भ्रष्टाचार का पूरा खेल चला? किन-किन लोगों को रिश्वत की राशि दी गई थी? रिश्वत कौनसे स्थान पर ली और किस जरिए से मिली? पैसा कहां-कहां बंटना था ? टेंडर देने वाली कंपनी के प्रतिनिधि से भी पुलिस पूछताछ करेगी। अनुसंधान के दौरान संबंधित फाइलें कब्जे में लेगी। टेंडर आखिर उक्त कंपनी को ही क्यों मिला इस पर नजर बनाएगी। तप्तीश के दौरान जो नाम सामने आएंगे उन पर भी एसीबी की टीम शिकंजा कसेगी। नोटिस देकर संदिग्धों से पूछताछ करेगी।
सख्ती से पूछताछ में टूट गया आरोपी
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने शुक्रवार रात सचिवालय में प्रेसवार्ता कर योजना भवन के बेसमेंट में रखी एक अलमारी में 2 करोड़ 31 लाख 49 हजार 500 रुपए व एक किलो सोने का बिस्कुट मिलने का खुलासा किया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोना नोटबंदी के समय का बताया जा रहा है। वहीं, नकदी एक बहुत बड़े टेंडर से जुड़े एक रिश्वत प्रकरण मामले की बताई जा रही है, जो टुकड़ों में आई। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने इस मामले में 100 से अधिक लोगों की टीम लगाई थीं। जिसने योजना भवन कब्जे में लेकर गहन सर्च ऑपरेशन चलाया और सरकारी दस्तावेज व सीसीटीवी खंगाले। साथ ही दो दर्जन से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई थी। पुलिस ने वेद प्रकाश यादव को जब सीसीटीवी फुटेज दिखाए तो उसके होश उड़ गए। सख्ती से पूछताछ करने पर वह टूट गया और पुलिस को रिश्वत के बारे में जानकारी दी। फिलहाल पैसे किन लोगों से आया इसकी पड़ताल अब एसीबी कर रही है।
पुलिस की सर्च टीम ने ली तलाशी
एसीपी आलोक सैनी और एसीपी चिरंजीलाल मीणा ने पुलिस बल के साथ झोटवाडा स्थित यादव के आवास पर तलाशी ली। वेद प्रकाश डीओआईटी विभाग में संयुक्त निदेशक पद पर कार्यरत है। पहली पोस्टिंग सूचना सहायक के रूप में हुई थी, वह जब से नौकरी पर आया तब से स्टोर का ही चार्ज संभाल रखा था। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि मामले में एक एसीएस स्तर के अधिकारी का नाम भी जुड़ा है, लेकिन पुलिस नाम का फिलहाल खुलासा करने से बच रही है।
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