होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

ACB Trap : जयपुर में एसीबी की बड़ी कार्रवाई, घूसखोर पार्षद, थानेदार और कांस्टेबल रिश्वत लेते गिरफ्तार

02:28 PM Nov 19, 2023 IST | Sanjay Raiswal

ACB Trap Rajasthan : जयपुर एसीबी टीम ने बीती रात एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी ने कार्रवाई करते हुए नगर निगम ग्रेटर के पार्षद, प्रवर्तन निरीक्षक (थानेदार) और पुलिस कांस्टेबल को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है। परिवादी ने इन तीनों पर 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगते हुए परेशान करने का आरोप लगाया था। शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी की टीम ने शनिवार को ट्रैप का जाल बिछाया।

एसीबी ने पहले पुलिस कांस्टेबल को 80 हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। बाद में कांस्टेबल की निशानदेही पर सब इंस्पेक्टर और पार्षद को गिरफ्तार किया गया। एसीबी का देर रात तक तीनों रिश्वतखोरों के घर और अन्य ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चला। एसीबी आज तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आगे की जांच करेंगे। एसीबी की अब तक की जांच में सामने आया कि वार्ड पार्षद उमेश कई सालों से इलाके में घर-दुकान बनाने वालों के निगम का डर दिखाकर उन से पैसा लिया करता था। इस पैसे की बंदरबांट पार्षद,निगम में लगे प्रवर्तन शाखा के पुलिसकर्मियों के बीच हुआ करती थी।

मकान के निर्बाध निर्माण की एवज में मांगी रिश्वत…

एसीबी के कार्यवाहक महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि जयपुर के शास्त्री नगर निवासी परिवादी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिवादी का कहना था कि शास्त्री नगर वह अपने मकान का निर्माण करा रहे हैं। निर्माण कार्य को निर्बाध रूप से चलाने की एवज में पुलिस कांस्टेबल भवानी सिंह द्वारा 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी।

घूस की यह राशि थानेदार अनिल सिंह और वार्ड नंबर 33 के पार्षद उमेश शर्मा के लिए मांगी जा रही थी। सत्यापन कराए जाने पर शिकायत सही पाई गई जिसके बाद ट्रेप की कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया। शनिवार को कांस्टेबल को 80 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। बाद में सब इंस्पेक्टर और पार्षद को गिरफ्तार किया गया।

एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि जयपुर नगर तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया गया। सत्यापन होने पर पुलिस निरीक्षक सत्यवीर सिंह की टीम ने ट्रैप की कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से रिश्वत की राशि को जब्त किया। निगम के प्रवर्तन शाखा में तैनात कांस्टेबल भवानी सिंह दौसा जिले के मंडावर का रहने वाला है। वर्तमान में वह पांच्यावाला स्थित रघुवीर विहार में रहता है। भवानी सिंह के दोनों ठिकानों पर तलाशी ली। सब इंस्पेक्टर अनिल सिंह जयपुर के निवारू रोड स्थित नांगल जैसा बोहरा का रहने वाला है। पार्षद उमेश शर्मा सुभाष कॉलोनी शास्त्री नगर का रहने वाला है। जल्द ही इन के घरों से हुई रिकवरी की जानकारी सामने आएगी।

एसीबी की आमजन से अपील…

एसीबी के कार्यवाहक महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने आमजन से अपील की है कि वे जायज कार्य के लिए किसी भी जनप्रतिनिधि या सरकारी अधिकारी कर्मचारी को रिश्वत ना दें। अगर कोई रिश्वत की मांग करते हैं तो बेहिचक एसीबी में शिकायत करें। सत्यापन के बाद रिश्वत मांगने वाले जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों पर ट्रेप की कार्रवाई की जाएगी। प्रियदर्शी ने कहा कि एसीबी परिवादी के वाजिब कार्य को पूरा कराने में मदद करेगी। एसीबी राज्य कर्मचारियों के साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरुद्ध भी कार्रवाई करने के लिए अधिकृत है।

Next Article