पत्थरों से भरे डंपर ने युवती को कुचला, गुस्साए लोगों ने शव सड़क पर रख लगाया जाम, 25 लाख मुआवजे की मांग पर अड़े
दौसा। जिले के लालसोट में सोमवार को पत्थरों से भरे डंपर की टक्कर से युवती की मौत के बाद गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना मिलते ही एसडीएम बृजेंद्र मीणा, तहसीलदार सीमा घुनावत सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची। प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से समझाइश का प्रयास शुरू किया। लेकिन, ग्रामीण खनिज विभाग के कार्मिकों को सस्पेंड करने और मृतका के परिजनों को 25 लाख रुपए की नकद सहायता देने की मांग पर अड़े हुए है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार दोपहर अवैध पहाड़ी से लाए गए पत्थरों से भरे ओवरलो डंपर ने सवांसा गांव के पास एक युवती को टक्कर मार दी। हादसे में युवती की मौके पर ही मौत हो गई। मृतका की पहचान ममता बैरवा पुत्री लालाराम बैरवा उम्र करीब 20 वर्ष निवासी पुरानी थुनिणां के रूप में हुई है। मृतका बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है।
हादसे की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। गुस्साए लोगों ने सड़क पर ही शव रखकर विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। कुछ ही देर में सरपंच प्रतिनिधि दिनेश मीना सहित सैकड़ों की तादात में ग्रामीण भी मौके पर जमा हो गए। ग्रामीणों ने घटना के लिए खनन से जुड़े लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। झांपदा पुलिस ने ग्रामीणों की समझाइश के काफी प्रयास किए। लेकिन, ग्रामीण बड़े अधिकारियों को बुलाने की मांग अड़े रहे।
25 लाख रुपए के मुआवजे की मांग पर अड़े ग्रामीण
करीब एक घंटे बाद एसडीएम बृजेंद्र मीणा, तहसीलदार सीमा घुनावत सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और लालसोट थानाधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी लगातार ग्रामीणों से समझाइश की कोशिश में जुटे हुए है। लेकिन, ग्रामीणों की मांग है कि मृतका के परिजनों को 25 लाख रुपए की नकद सहायता दी जाएं और ग्रामीण खनिज विभाग के कार्मिकों को सस्पेंड किया जाएं। तभी धरना-प्रदर्शन खत्म किया जाएगा। अभी तक मृतका का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया मिलीभगत का आरोप
ग्रामीणों का आरोप है कि रोक के बावजूद भी पहाड़ी पर अवैध खनन का काम जोरों पर है। चालक पत्थरों से भरे ओवरलोड डंपरों को लापरवाही पूर्वक तेज गति से चलाते है। जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस व विभागीय अधिकारी भी खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं करते है। माफिया की प्रशासनिक अधिकारियों से गठजोड़ के चलते माफिया के हौंसले बुलंद है।
पहाड़ी पर कई वर्षों से अवैध ब्लास्टिंग जारी
बता दें कि लालसोट के संवासा गांव में पहाड़ी पर कई वर्षों से जारी अवैध ब्लास्टिंग के चलते माताजी और भैरुजी मंदिर की सीढि़यां तक टूट गई है। वहीं, मकानों में दरारें आ गई है। जिसके विरोध में इसी सप्ताह संवासा गांव के ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों का कहना है कि संवासा गांव में स्थित पहाड़ी पर कई वर्षों से अवैध खनन व ब्लास्टिंग होती है ऐसे में आसपास के मकानों व मंदिरों में दरारे पड़ गई। जिससे कभी भी हादसा होने की आशंका है। कई बार क्षेत्रीय विधायक परसादी लाल मीणा व प्रशासनिक अधिकारियों को शिकायत कराए जाने के बाद भी आज तक अवैध खनन और ब्लास्टिंग करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।
खनन माफिया और सप्लायर्स के हौंसले बुलंद
राजस्थान में तमाम रोक के बावजूद भी खदानों में खनन का काम धड़ल्ले से चल रहा है। खनन माफिया और सप्लायर्स के हौंसले बुलंद है और वो बिना खौफ के इस काम को कर रहे हैं। सप्लायर्स इतने बेखौफ है कि खान से गाड़ी निकालते ही सड़क पर हवा की तरह दौड़ाते है। जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। बता दें कि वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के लिए 6 जनवरी को खनन कार्य पर रोक के आदेश जारी किए। इसके बावजूद भी पत्थरों से भरे ओवरलोड डंपर सड़क पर धड़ल्ले से दौड़ रहे है। लेकिन, विभाग द्वारा इन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिसके चलते आए दिन हादसे हो रहे है।