होमइंडिया
राज्य | राजस्थानमध्यप्रदेशदिल्लीउत्तराखंडउत्तरप्रदेश
मनोरंजनटेक्नोलॉजीस्पोर्ट्स
बिज़नेस | पर्सनल फाइनेंसक्रिप्टोकरेंसीबिज़नेस आईडियाशेयर मार्केट
लाइफस्टाइलहेल्थकरियरवायरलधर्मदुनियाshorts

नए साल से पहले राजधानी में टला बड़ा हादसा! CO2 गैस लीक...पेड़ों पर जम गई बर्फ, देखिए पूरा मामला

08:22 AM Jan 01, 2025 IST | SB DIGITAL

Jaipur Gas leak: नए साल की शुरूआत से पहले राजधानी में एक बार फिर गैस लीकेज ने हड़कंप मचा दिया। मंगलवार शाम शहर के विश्वकर्मा इलाके में एक ऑक्सीजन प्लांट में गैस लीक हो गई। रोड नंबर 18 स्थित अजमेरा गैस प्लांट में वाल्व टूटने से CO2 गैस लीक हो गई। इससे आसपास के वाहनों और पेड़ों पर बर्फ की परत जम गई। फायर ब्रिगेड ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आधे घंटे में लीकेज पर काबू पा लिया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

बड़ा हादसा टल गया, हड़कंप

विश्वकर्मा इलाके में रोड नंबर 18 स्थित अजमेरा गैस प्लांट में मंगलवार शाम हुए इस बड़े हादसे में गनीमत रही कि हादसा टल गया। प्लांट में CO2 गैस स्टोर करने वाले दो बड़े टैंकर हैं। एक टैंकर में गैस भरने के बाद वाल्व ठीक से नहीं लगाया गया था। इससे गैस के प्रेशर से वाल्व टूट गया और गैस लीक होने लगी। चारों तरफ सफेद धुआं फैल गया। इससे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और पानी का छिड़काव कर गैस रिसाव पर काबू पाया गया। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रिसाव पूरी तरह बंद हो सका।

गाड़ियों पर बर्फ की चादर बिछ गई…

सहायक अग्निशमन अधिकारी भंवर सिंह हाड़ा ने अनुसार 'रोड नंबर 18 विश्वकर्मा में अजमेरा गैस प्लांट के नाम से ऑक्सीजन प्लांट है। प्लांट में CO2 गैस के स्टोरेज के लिए दो बड़े टैंकर बने हुए हैं। एक गैस टैंकर के जरिए CO2 गैस स्टोरेज के लिए आई थी। स्टोरेज टैंकर में गैस भरने के बाद वाल्व बंद कर दिया गया था। वाल्व सही तरीके से नहीं लगा होने के कारण गैस के प्रेशर के कारण वाल्व टूट गया।' बताया जा रहा है कि टैंकर में करीब 20 टन गैस थी, जिसमें से आधी लीक हो गई।

आसपास का वातावरण अचानक ठंडा

गैस लीक होने से आसपास का वातावरण अचानक ठंडा हो गया। लीक होने से निकली ठंडी CO2 आस-पास खड़े वाहनों और पेड़ों पर बर्फ की तरह जम गई। यह नजारा देख लोग हैरान रह गए। थाना प्रभारी राजेंद्र शर्मा ने बताया, 'ऑक्सीजन प्लांट में लीकेज के कारण आस-पास खड़ी गाड़ियों पर बर्फ की चादर बिछ गई। पेड़ों पर भी बर्फ जम गई। ठंड होने के कारण CO2 गैस नीचे बैठ गई और बर्फ की चादर जैसी नजर आई।'

Next Article