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‘SP, Add. SP, डिप्टी मैम और डबोक SHO… सब में बंटेंगे पैसे! ACB की FIR में चौंकाने वाला खुलासा

घूस की राशि का एसपी, एडिशनल एसपी, डिप्टी एसपी और एसएचओ, जांच अधिकारी सभी में बंटवारा होता था। यह खुलासा एसीबी द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में हुआ है।
08:08 AM Nov 29, 2023 IST | Anil Prajapat
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Udaipur Bribery Case : जयपुर। एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामले में आठ लाख रुपए की घूस प्रकरण संबंधी एसीबी की जांच में नया मोड़ आ गया है कि घूस की राशि का एसपी, एडिशनल एसपी, डिप्टी एसपी और एसएचओ, जांच अधिकारी सभी में बंटवारा होता था। यह खुलासा एसीबी द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में हुआ है। हालांकि, एसीबी ने इनमें से किसी अफसर को नामजद नहीं किया और ना ही उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।

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दरअसल, एसीबी ने पिछले सप्ताह उदयपुर में फतेह नगर एसएचओ के बेटे सौरभ काे 4.50 लाख रुपए की घूस लेते दबोचा था। एसीबी की कार्रवाई के बाद एसएचओ सुरेश मीणा व डबोक थाने का हेड कांस्टेबल महावीर फरार हो गए। दोनों आरोपियों का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है।

परिवादी से यह बोला था हेड कांस्बटेल 

आरोपी हेड कांस्टेबल ने परिवादी हेमंत झा को सत्यापन के दौरान कहा कि मामले में तो पैसे लगेंगे, तभी दबेगा। दस लाख रुपए की बात थी, लेकिन मैंने आठ में तय की है। उनके पास वजन जाने के बाद वो अपनी बात करेंगे। पैसों का सभी में डिवाइडेशन होगा। एसपी को 4 जाएंगे। डिप्टी एसपी मेडम, एडिशनल एसपी, डबोक एसएचओ और फतेह नगर एसएचओ को 1-1 जाएंगे। एक मेरे पास में भी आएगा।

आरोपी व परिवादी के बीच हुई बातचीत में तो यही लगता है कि घूस की राशि उदयपुर पुलिस के सभी पुलिस अफसरों में बंटती थी। फिलहाल, एसीबी ने फतेह नगर एसएचओ सुरेश कुमार मीणा व हेड कांस्टेबल महावीर के साथ में सौरभ को ही नामजद किया है। वहीं, आरोपी व परिवादी के बीच हुई बातचीत से पुलिस के उच्चाधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।

सत्यापन के बाद राशि ऐसे हुई अरेंज

एसीबी ने सत्यापन के बाद परिवादी को घूस राशि लाने को कहा। परिवादी के पास 2.05 लाख रुपए ही थे, जबकि आरोपियों ने एडवांस में 4.50 लाख रुपए मांगे थे। तब एसीबी ने 2.45 लाख रुपए के मनोरंजन बैंक के डमी नोट उपलब्ध कराए। आरोपी सुरेश ने अपने बेटे सौरभ को परिवादी के पास घूस लेने भेजा। तब एसीबी ने सौरभ को दबोच लिया, लेकिन दोनों आरोपी सूचना मिलने पर फरार हो गए।

डमी नोट से हुई ट्रैप की कार्रवाई 

पड़ताल में सामने आया कि हेमंत झा व उनके साथी की डबोक इलाके में दुकान है। दुकान के सामने कुछ माह पहले कुछ संदिग्ध युवक मादक पदार्थों का आदान-प्रदान कर रहे है। हेमंत व उसके साथी ने सूचना डबोक पुलिस को दी। पुलिस ने तब कार्रवाई करके मुकदमा दर्ज कर लिया और मामले की जांच फतेह नगर एसएचओ दी। फतेह नगर एसएचओ सुरेश कुमार व डबोक थाने का हेड कांस्टेबल महावीर 8 लाख की घूस मांग रहा था।

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