शॉर्ट सर्किट से झोपड़ी में लगी आग, बेबस मां की आंखों के सामने 3 मासूमों समेत जिंदा जले बेटा-बहू
कानपुर देहात के रूरा में एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां बीती देर रात एक झोपड़ी में आग लगने से पति-पत्नी और उनके छोटे-छोटे 3 बच्चों समेत 5 लोग जिंदा जल गए। परिवार को भीषण आग में जलता देख मां भी उस आग में कूद गई और गंभीर रूप से झुलस गई लेकिन अपने परिवार को बचा नहीं पाई उसकी आंखों के सामने ही उसका हंसता-खेलता पूरा परिवार जिंदा जल गया। हालांकि उसका इलाज अस्पताल में जारी है।
दिहाड़ी मजदूरी कर परिवार चलाता था सतीश
मामला रूरा थाना इलाके के हरामऊ बंजारन डेरा गांव का है। यहां 25 वर्षीय सतीश दिहाड़ी मजदूरी करे परिवार का भरण-पोषण करता था। उसके परिवार में 22 वर्षीय पत्नी काजल, 7 वर्षीय बेटा सनी, 4 वर्षीय संदीप और 2 साल की बेटी गुड़िया है। उनके साथ ही उनकी मां 49 वर्षीय राम श्री भी रहती थी। रोज की तरह ही बीती रात भी पूरा परिवार झोपड़ी के अंदर सोया हुआ था। सिर्फ उनकी मां झोपड़ी के बाहर खटिया डालकर सो रही थी।
बेबस आंखों के सामने उजड़ गया हंसता-खेलता परिवार
रात 2:00 बजे भीषण चीत्कार सुनकर जब बाहर सो रही मां की आंख खुली तो देखा झोपड़ी आग का गोला बनी हुई है। यह देखते ही मां के पैरों तले जमीन खिसक गई और जलती हुई झोपड़ी के भीतर जाकर उन्हें बचाने की कोशिश करने लगी लेकिन कामयाब नहीं हो सकी। परिवार तो जिंदा जल गया लेकिन मां गंभीर रूप से घायल हो गई।
शॉर्ट सर्किट से लगी थी आग
इस घटना के आधे घंटे बाद दमकल की गाड़ी पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना पर पुलिस के साथ ही SP बीजीटीएस मूर्ति, डीएम नेहा जैन भी पहुंची। उन्होंने फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया। जिन्होंने मौका मुआयना किया और सबूत जुटा है। वहीं पांचों के शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया गया।
डीएम नेहा जैन ने बताया कि झोपड़ी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई थी। जिसमें पति-पत्नी और उनके तीन बच्चे जिंदा जल गए। बुजुर्ग महिला का इलाज जिला अस्पताल में ही चल रहा है। इस मामले की पूरी जांच की जा रही है।