सावधान… पतंगबाजी पर 25 हजार वोल्ट का खतरा
जयपुर। युवाओं का पसंदीदा त्योहार संक्रांति आते ही गुलाबी नगरी का आसमां पतंगों से आबाद है। ऐसे में मेट्रो साइट पर पतंगबाजी महंगी भी पड़ सकती है। वहीं अब शहर के बीचो-बीच से इंडियन रेलवे के ट्रेक के ऊपर इलेक्ट्रिक वायर से भी खतरा हो सकता है। अंजाने में युवा चाइनीज या मेटल युक्त मांझे का इस्तेमाल करते हैं।
इससे मेट्रो के तारों से खतरा है। इसके लिए चाहिए, कि मेट्रो साइट से दूर पतंगबाजी की जाए। रेलवे और मेट्रो के तारों पर पतंगबाजी नहीं की जाए। यदि तारों के ऊपर पतंगबाजी की जाती है और मेटल युक्त मांझा उनको टच करता है तो करंट पतंग उड़ाने वालों तक पहुंच सकता है।
घनी आबादी में छतों के पेरलल हैं तार
गौरतलब है जयपुर मेट्रो मानसरोवर से जयपुर रेलवे स्टेशन तक पिलर्स पर है और कई स्थानों पर तार बिल्कुल छतों के पेरलल हैं। घनी आबादी होने से मेट्रो की दोनों और जमकर पतंगबाजी हो रही है और ये अब तीन दिन और बढ़ेगी। ऐसे में मेट्रो प्रशासन भी चाहता है, कि तारों के ऊपर से पतंगबाजी नहीं की जाए।
स्पार्किंग का खतरा, रुक न जाए मेट्रो
उल्लेखनीय है हर साल मेट्रो के तारों से हजारों पतंगे उतारी जाती हैं। ये पतंगे सकरात और उसके आस-पास के समय की होती हैं। ऐसे में चाइनीज और मेटल युक्त मांझे से तारों में स्पार्किंग हो सकती है और मेट्रो रुकने का खतरा भी होता है। दूसरी ओर पतंग उड़ान पर वाले तक करंट पहुंच सकता है, क्योंकि ये पतंग 25 हजार वोल्ड पर हैं।
रेलवे प्रशासन ने जारी किया जागरूकता स्लोगन
दूसरी और इंडियन रेलवे ने मकर सक्रांति के पर्व पर पतंगबाजी का मजा ले भरपूर– रहकर रेलवे ट्रैक से दूर स्लोगन दिया है। उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार प्रतिवर्ष रेलवे ट्रैक के पास पतंगबाजी के चलते कई लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। वर्तमान में उत्तर-पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल में लगभग सभी रेल खंडों पर विद्युतकर्षण पर गाड़ियां संचालित की जा रही हैं। ट्रैक के ऊपर गुजर रही तारों में 25 हजार वोल्ट की विधुत का प्रवाह है। तारों से पतंग की डोर संपर्क में आने से करंट लग सकता है। विशेषकर धातु युक्त मांझे से करंट तीव्र गति से झटका पहुंचाता है, जो कि जानलेवा हो सकता है। साथ ही रेलवे ट्रैक पर गुजर रही रेलगाड़ियों से आप दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। रेलवे प्रशासन आम लोगों से अपील करता है कि पतंगबाजी के लिए रेलवे ट्रैक व रेलवे परिसरों से दर रहें।
अभियान से की जा रही समझाइश
महाप्रबंधक विजय शर्मा के निर्देशानुसार सक्रांति को देखते हुए रेलवे सुरक्षाबल व संरक्षा विभाग द्वारा ट्रैक के आसपास अभियान चलाकर लोगों को समझाइश की जा रही है। उल्लंघन करने पर लोगों को दंडित किया जा रहा है। साथ ही रेलवे प्रशासन द्वारा एफएम, टीवी चैनलों से इस विषय पर जागरूकता के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।